बिलासपुर (09 जनवरी 2025) [तपन गोस्वामी द्वारा] प्रदेश में बहुत हो चुका है धर्मांतरण का गंदा खेल। परंतु अब विष्णु देव साय सरकार को यह एकदम बर्दाश्त नहीं है। धर्मांतरण के मामले को लेकर पूर्व में प्रदेश में काफी विवाद, लड़ाई झगड़ा हो चुका है। कई मामले पुलिस के पास भी पहुंचा परंतु धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। परंतु प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के साथ ही कैबिनेट की बैठक में प्रदेश में चल रहे धर्मांतरण के मामले जोर जोर से उठाया गया। धर्मांतरण से बढ़ रहे विवाद के बाद विष्णु देव साय सरकार द्वारा तैयार किया जा रहा हैं एक प्रभावी ड्राफ्ट। इसके तहत प्रक्रिया तय होगी। और नया कानून बनेगा। छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों में विशेष कर बस्तर, जशपुर, रायगढ़ क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आदिवासियों को ईसाई धर्म में कन्वर्ट किया जा रहा है। बस्तर के नारायणपुर क्षेत्र में तो यह गुटिय संघर्ष में तब्दील हो चुकी है। धर्मांतरण के खिलाफ प्रदेश में 11 माह में धर्मांतरण के खिलाफ 13 एफ आई आर दर्ज हो चुकी है। दुर्ग और धमतरी में धर्मांतरण से तंग आकर दो युवकों ने आत्महत्या भी कर ली है। अब हम अपने कलम का रुख बिलासपुर की ओर कर रहे हैं। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम के पास यह पुख्ता जानकारी आ रही है कि जरहा भाटा मंदिर चौक के पास स्थित एक अपार्टमेंट में काफी वर्षों से एक अवैध रूप से चर्च संचालित हो रही है। इस चर्च के संचालन के विषय में सिविल लाइन पुलिस को भी पता नहीं है। कुछ महिलाएं यहां काफी सक्रिय है। जानकारी आ रही है कि इस फर्जी चर्च के कर्ताधर्ता पैसों का प्रलोभन देकर हिंदू धर्म मानने वाले को क्रिश्चियन धर्म में कन्वर्ट करने का काम कर रहे है। हमारे पास इस फर्जी चर्च के कुछ महिलाओं द्वारा जरहा भाटा के एक हाइड्रोलिक सिस्टम का व्यापार करने वाले कारोबारी का पूरा परिवार, सहित वही मोमोस का दुकान लगाने वाले एक नेपाली महिला एवं उसके परिवार को पैसों का प्रलोभन देकर क्रिश्चियन धर्म में कन्वर्ट करने की भी जानकारी है। यह परिवार अब पूरी तरह से हिंदू धर्म छोड़कर बाइबल लेकर प्रति रविवार जरहा भाटा के इस फर्जी चर्च के प्रार्थना सभा में जाते देखे गए हैं। इसके साथ ही जरहा भाटा इंदु चौक स्थित एक नर्सरी में काम करने वाले कुछ मजदूर एवं उनके परिवार को भी इस फर्जी चर्च के कार्यकर्ताओं द्वारा पैसों का प्रलोभन देकर क्रिश्चियन धर्म ग्रहण करने के लिए विवश किया। हमारे पास एक लिस्ट है जिसमें जरहा भाटा, मंझावा पारा, ओम नगर, झोपड़ा पारा सहित अन्य जगहों में रहने वाले गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार के सभी सदस्यों को मोटिवेट कर पैसों का प्रलोभन देकर क्रिश्चियन धर्म में कन्वर्ट कर दिया। प्रशासन अब इस बात की जांच करें की जरहाभाटा मंदिर चौक के एक अपॉइंटमेंट में संचालित हो रहे फर्जी चर्च का रहस्य क्या है? यहां पैसे कहां से आते हैं? और हिंदुओं को क्रिश्चियन धर्म में कन्वर्ट करने की कार्रवाई किसके इशारे में की जा रही है? (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)