बिलासपुर ( 5 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] पहले साइबर ठगों को पैसे देकर ठगी का शिकार बनो। फिर पुलिस से शिकायत करो जांच करते करते 3 साल फिर भी रकम वापसी की कोई गारंटी नहीं। परंतु शहर का एक युवा कारोबारी आयुष वाधवानी साइबर ठगों को 5 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए परंतु जब उन्हें यह अहसास हुआ कि कहीं हम ठगी के शिकार तो नहीं हो गए? तो उसका माथा ठनका और तुरंत उस बैंक को फोन किए जहां रकम ट्रांसफर हुआ था। एक आयुर्वेद प्रोडक्ट के शोरूम के नाम से आयुष वाधवानी के पास फोन आया। आयुष भी कंपनी का शोरूम लेने हेतु राजी हो गया फोन करने वाले ने बताया कि आप हमारे खाते में 5 लाख रुपए ट्रांसफर कर दे। उसके कहे अनुसार आयुष ने उड़ीसा के गुंजाम जिले के केनरा बैंक में बालकृष्ण पाणिग्रही के खाते में पांच लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। परंतु कुछ देर बाद आयुष को लगा कि हमें केनरा बैंक उड़ीसा से कंफर्म करना चाहिए तो उसने तुरंत उड़ीसा गुंजाम जिले के पत्रापुर ब्रांच में फोन किया तो वहां का ब्रांच मैनेजर तन्मय चटर्जी से बात हुई और इसी बैंक के बालकृष्ण पाणिग्रही के खाते में रुपए ट्रांसफर की बात कही। ब्रांच मैनेजर तन्मय चटर्जी ने आयुष को बताया कि यह एक साइबर ठग का अकाउंट है और हम लोग इस खाते में रकम ट्रांसफर नहीं करते और आपका भी 5 लाख रुपए हमारे पास सुरक्षित है। इस तरह शहर के युवा कारोबारी की सक्रियता से उसके रकम बच गए। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )