निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी एवं वरिष्ठ नेत्री संध्या तिवारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा की अच्छी शिक्षा से ही होगा अपराध का खात्मा है। तालापारा मगरपारा बना नाबालिको का क्राइम मैन्युफैक्चरिंग प्लांट। मदरसे के बाद नो स्कूल ओनली क्राइम ट्रेनिंग : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 27 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] तालापारा मगरपारा के नाम आते ही आम जनता के जुबान में सिर्फ एक ही बात निकलती है बाप रे बाप वह तो अपराधियों की बस्ती है। परंतु तालापारा मगरपारा में रहकर अपनी राजनीति चमकाने वाले उन नेताओं को तो देखिए जो कभी साइकल एवं लूना में घूमते थे वह आज 30 लाख रुपए के एसयूवी में घूमते दिख जाते हैं। परंतु वह माता-पिता जिनके वोट से तालापारा मगरपारा में रहने वाले यह नेता अपनी ठाट बाट की जिंदगी जी रहे हैं आज वह माता पिता जेल में बंद अपने नाबालिक बच्चों को निंबू मिर्ची पहुंचाने जेल जाते हैं तो कभी सिविल लाइन थाने का चक्कर लगाते हैं तो कभी कोर्ट पेशी में लाए गए अपने नाबालिक बच्चों से मिलने कोर्ट हवालात में जाते हैं। पिछले 25 फरवरी 2022 को तालापारा में घटित नवीन महादेव हत्याकांड में जिस तरह से नाबालिको की गिरफ्तारी हुई और अभी गिरफ्तारियां बाकी है उससे यह स्पष्ट हो गया कि तालापारा मगरपारा में बहुत अधिक शिक्षा का आभाव है। जिसके कारण प्रोफेशनल क्रिमिनल गैंग इन नाबालि को बकायदा क्राइम की ट्रेनिंग देकर इनसे जघन्य अपराध करवा रहे हैं। आज हमने इस संबंध में नगर निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी एवं नगर निगम के महिला एवं बाल विकास के प्रमुख एवं शहर की वरिष्ठ नेत्री श्रीमती संध्या तिवारी से बात की तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में बताया कि अपराध की जननी अशिक्षा है एवं अपराध की मौत अच्छी एवं प्रभावी शिक्षा है। श्री त्रिपाठी एवं श्रीमती तिवारी शहर में बढ़ते अपराध और उसमें संलग्न नाबालिक के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की। और उन्होंने कहा कि अभी ग्रीष्मकालीन अवकाश है स्कूल के खुलते ही उनका फोकस विशेषकर तालापारा और मगरपारा में उन बच्चों पर रहेगा जोकि शिक्षा से वंचित है उनके परिजनों को इस संबंध में जागरूक करने के साथ ही इन बच्चों को नगर निगम स्कूल एवं शासकीय स्कूलों में प्रवेश के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। हमारी क्राइम इन्वेस्टिगेशन टीम ने पता लगाया कि तालापारा मगरपारा के जो बच्चे पहले मदरसा में पढ़ते थे वहां से निकलने के बाद किसी स्कूल में नहीं जा रहे हैं। और शहर के क्रिमिनल गैंग ऐसे बच्चों को ही तलाशती फिरती है। और इन बच्चों को कब्जे में लेकर उन्हें धीरे-धीरे नशे का आदी बनाती है और इनसे ही बड़े-बड़े अपराध करवाती है। तालापारा मगरपारा कई ऐसे क्रिमिनल बेल्ट है जहां पुलिस की एंट्री नहीं है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )