शूट एंड मर्डर थीम पर कुख्यात संजू त्रिपाठी पर गोली चलाई प्रोफेशनल शूटरों ने। पत्रकार सुरेश खरे के भाई का अपहरण कर हत्या की थी कुख्यात संजू त्रिपाठी ने। तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (15 दिसंबर 2022 )[तपन गोस्वामी द्वारा ] सकरी बाईपास चौक में आज दिनदहाड़े शहर के कुख्यात संजू त्रिपाठी को जिस तरह से क्रिमिनल अटैक के तहत गोली मारी गई इससे यह स्पष्ट हो गया कि ये कोई साधारण शूटर नहीं बल्कि प्रोफेशनल शूटर है और सूट एंड मर्डर थीम पर अटैक किया। और इन प्रोफेशनल शूटरों को कॉन्ट्रैक्ट के तहत यह काम दिया गया था। कहीं-कहीं पर यह कहा गया कि संजू त्रिपाठी कांग्रेसका महामंत्री है। परंतु अब पुलिस यह कह रही है कि वह महामंत्री वगैरह नहीं है बल्कि एक हिस्ट्रीशीटर है। परंतु हमारा कहना यह है कि संजू त्रिपाठी का शहर में कई लाख रुपए के बैनर एवं पोस्टर लगते थे। और उन पोस्टरों में कुख्यात संजू त्रिपाठी किसी न किसी नेता के साथ खड़े दिखते थे। परंतु तब पुलिस यह पता लगाने का प्रयास नहीं करती थी कि यह संजू त्रिपाठी कौन है? इसका कामकाज क्या है? इस का क्रिमिनल रिकॉर्ड क्या है? और पोस्टर वगैरह के लिए भारी रकम कहां से आती है? कुछ साल पहले कुदुदंड निवासी पत्रकार सुरेश खरे के भाई का अपहरण कर अनूपपुर ले जाया गया था और बाद में सुनसान जगह पर उसकी हत्या कर दी गई थी । और उस हत्याकांड में कुख्यात संजू त्रिपाठी की ही महत्वपूर्ण भूमिका थी। बाद में अनूपपुर पुलिस आकर हत्या में प्रयुक्त कार को ओम नगर के शैलेंद्र अपार्टमेंट से बरामद कर संजू त्रिपाठी एवं उसकी कुछ साथियों को गिरफ्तार कर अनूपपुर ले गई थी । उस प्रकरण में इन्हें सजा भी हुआ था। आए दिन जमीन जायदाद के मामले में संजू त्रिपाठी का किसी न किसी से विवाद होता ही रहता था। कुछ दिन पहले संजू के भाई कपिल से भी उसका विवाद हुआ था और मामला खूनी संघर्ष तक बढ़ गया था। पुलिस को संदेह है कि इस हत्याकांड में कपिल त्रिपाठी का ही हाथ है। पुलिस संजीव त्रिपाठी के अंत्येष्टि का इंतजार कर रही है इस कार्यक्रम में संजू का भाई कपिल नहीं आता है तो पुलिस का शक यकीन में बदलने में समय नहीं लगेगा। पुलिस शहर से फरार हिस्ट्रीशीटरो की कुंडली भी खंगाल रही है (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )