एलसीआईटी छात्रों का फीस घोटाला। एफ आई आर नंबर 1062 दिनांक 17 अक्टूबर 2022 धारा 307 थाना सिविल लाइन का खतरनाक फरार आरोपी शेख आदिल डल्ला पढ़ा रहा है वहां के छात्रों को। एक शिक्षिका भी पकड़ी गई थी कोलकाता में। छात्रों के अभिभावक परेशान प्रशासन एलसीआईटी पर मेहरबान : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (15 अप्रैल 2023 ) [तपन गोस्वामी द्वारा ] चीचिरदा रोड बोदरी स्थित एलसीआईटी भवन जितना आकर्षक एवं सुंदर दिखता है परंतु यहां के अंदर की स्थिति कुछ और ही बयां करती है। किसी न किसी बहाने छात्रों के बेतहाशा फीस बढ़ाने वाली एलसीआईटी में पढ़ाने वाले शिक्षकों का खतरनाक क्रिमिनल रिकॉर्ड है। वहां एक शिक्षक है शेख आदिल डल्ला, जिसके खिलाफ थाना सिविल लाइन में एफ आई आर क्रमांक 1062 दिनांक 17 अक्टूबर 2022 को भा द वी की धारा 307 दर्ज हुआ था। परंतु तब से वह फरार बताया जा रहा है। एलसीआरटी में पढ़ाने वाला यह शिक्षक शेख आदिल एक क्रिमिनल गैंग ऑपरेट करता है। 17 अक्टूबर 2022 को यह पूरे प्री प्लान के साथ रजिस्ट्री ऑफिस के सामने 4 लोगों पर प्राणघातक हमला कर दिया था। और यह तब से फरार है। पुलिस रिकॉर्ड में फरार है परंतु एलसीआईटी के अटेंडेंस रजिस्टर में इसकी प्रतिदिन की अटेंडेंस एक अच्छे एवं संस्कारी शिक्षक के रूप में लग रहा है। हर समय छात्रों पर अवैधानिक तौर पर फीस का बोझ लादने वाले एलसीआईटी स्कूल की एक सीनियर विवाहित महिला टीचर कुछ समय पहले कोलकाता के फाइव स्टार होटल अपने प्रेमी के साथ पकड़ी गई थी। उसके पति ने बिलासपुर से ही उसका पीछा किया था। अब ऐसे शैक्षणिक संस्था हर समय छात्रों के अभिभावक को परेशान करते हुए अधिक फीस की मांग पर अड़ा रहे तो यह तर्कसंगत बात नहीं है। अभिभावक गण कई बार प्रशासन को एलसीआईटी की इस तरह की वसूली के खिलाफ शिकायत की थी। परंतु प्रशासन कुछ कदम नहीं उठा रहे हैं। बल्कि अधिक फीस का विरोध करने पर स्कूल के अंदर छात्रों को फेल करने की धमकी देकर भय भीत किया जा रहा है। एलसीआईटी स्टाफ इस चालू सेशन में छात्रों से फीस के रूप में दस हजार पांच सौ रुपए की नजायज मांग की जा रही है। और उस फीस के मांग की जा रही है जिसमें छात्रों को पढ़ाया ही नहीं गया है। परेशान अभिभावक गण पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रखी। प्रेस क्लब के माध्यम से परेशान अभिभावकों की आवाज प्रशासन तक पहुंची जरूर है। कुछ समय के लिए दिखावे की कार्रवाई हुई है परंतु उसके बाद प्रशासन खुलकर एलसीआईटी का साथ दे रहे हैं। परेशान छात्रों के अभिभावक गण थाना चकरभाठा में जाकर एलसीआईटी प्रबंध तंत्र के खिलाफ शिकायत पत्र दिए। थाना प्रभारी चकरभाटा दिनेश चंद्रा ने इस प्रकरण की गंभीरता से जांच करने का आश्वासन दिया। परंतु सोचने वाली बात यह भी है कि जिला शिक्षा अधिकारी सिर्फ सरकारी स्कूल पर ही नजर रखने के लिए नहीं है। शिक्षा विभाग निजी स्कूलों के अनियमितता एवं अधिक फीस वसूली के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। और इन एडवाइजरी को कड़ाई से पालन करने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। निजी स्कूलों के खिलाफ शिकायत आने पर यह नोडल अधिकारी वहां जाकर जांच करेंगे और उसकी रिपोर्ट कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी को देंगे। एलसीआईटी के खिलाफ लगातार शिकायत आने के बावजूद भी शासन-प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। हमारा कहना एलसीआईटी के प्रबंध तंत्र को यह है कि अपने यहां कार्यरत शिक्षकों एवं स्टाफ का वेरिफिकेशन करें और वहां छुपे हुए खतरनाक आरोपी को पुलिस हिरासत में भेजें। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )