Recent Posts

असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर रविंद्र गेंदले गंभीरता से करे जांच। मास्टरमाइंड रमेश खरकढ़ ने बिलासपुर में भी बांटे कई फर्जी फार्मेसी डिग्री। नेहरू नगर, तालापारा, नेहरू चौक,सकरी, सीपत, लोरमी, लाल खदान, के कई मेडिकल स्टोर्स के फार्मासिस्ट सर्टिफिकेट है फर्जी : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]

1 min read

बिलासपुर (24 अप्रैल 2023) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] फार्मेसी की फर्जी डिग्री बनाने वाले का एक बड़ा गिरोह एवं उसके सरगनाओं को रायपुर पुलिस हरियाणा से गिरफ्तार कर ले आई है। गिरफ्तार मास्टरमाइंड का नाम रमेश खरकर है। आम जनता को यह पता है कि एक मेडिकल स्टोर खोलने के लिए फार्मासिस्ट सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। कई मेडिकल स्टोर वाले खुद ही किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय द्वारा फार्मासिस्ट की डिग्री प्राप्त करने के बाद मेडिकल स्टोर वैधानिक रूप से खोल लेते हैं । परंतु दूसरी ओर जिनके पास मेडिकल स्टोर खोलने के लिए पर्याप्त धनराशि तो है परंतु उनके पास फार्मासिस्ट लाइसेंस नहीं है और न ही लाइसेंस प्राप्त करने की शैक्षणिक योग्यता ही है। और ऐसी स्थिति में वह मान्यता प्राप्त फार्मासिस्ट लाइसेंस धारी को खोजता है। परंतु आजकल मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से फार्मासिस्ट डिग्री होल्डर की डिमांड बहुत अधिक है । वह यदि किसी को अपना लाइसेंस देता है तो उस मेडिकल स्टोर की आधे की पार्टनर बनना उनकी शर्त होती है। काफी रकम लगाकर मेडिकल स्टोर खोलने वाले को फार्मासिस्ट की यह शर्त मंजूर नहीं होती। और तब वह किसी भी तरह से फार्मासिस्ट के सर्टिफिकेट प्राप्त कर मेडिकल स्टोर खोलना चाहता है। बिना ज्ञान के फार्मेसिस्ट सर्टिफिकेट सिर्फ एक ही जगह से प्राप्त हो सकती है और वह है हरियाणा के जिंद शहर से। जैसे कि झारखंड का जामताड़ा साइबर क्राइम के लिए फेमस है उसी तरह हरियाणा का जिंद सिटी फर्जी फार्मासिस्ट सर्टिफिकेट बनाने के लिए फेमस है। अभी रायपुर पुलिस ने 28 फर्जी फार्मासिस्ट सर्टिफिकेट पर मेडिकल स्टोर चलाने वाले के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है। जिसमें 18 फर्जी फार्मासिस्ट डिग्री वाले गिरफ्तार हो चुके हैं। हमारे न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम को एक महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है जिसके आधार पर हम यह कह सकते हैं कि बिलासपुर शहर एवं आसपास भी कई ऐसे मेडिकल स्टोर्स का संचालन हो रहा है जिसके फार्मेसिस्ट की डिग्री फर्जी है। यह जानकारी हमें कोंडा गांव के मनोज चक्रधारी ने दी है। जिसने हरियाणा के ही फर्जी फार्मासिस्ट के डिग्री पर मेडिकल स्टोर खोलने का प्रयास किया था। परंतु फसने के डर से वह नहीं खोला। मनोज चक्रधारी ने ही हमें यह जानकारी दी कि बिलासपुर में भी हरियाणा के रमेश ने काफी फर्जी फार्मासिस्ट की डिग्री बांटी है। जिसके आधार पर ड्रग लाइसेंस मिले हैं और मेडिकल स्टोर संचालित हो रहे हैं। बिलासपुर शहर के अंदर और गांव तरफ भी फर्जी फार्मेसिस्ट डिग्री के आधार पर यह काम चल रहा है। असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर रविंद्र गेंदले इस और ध्यान दें। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )

About The Author

More Stories

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *