अभी बहुत संवेदनशील है सेंट्रल जेल बिलासपुर। 3945 क्षमता वाले जेल में 2180 कैदी। कुछ बैरक में। जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने कहां की शहर के सारे गैंगस्टर इस वक्त जेल में हर पल उनकी निगरानी। माह के अंत में इमरजेंसी अलर्ट सायरन : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (19 मई 2023) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] विगत 2 वर्षों से शहर की बिगड़ती कानून व्यवस्था का यदि सही जायजा लेना हो तो हमें सेंट्रल जेल बिलासपुर की ओर रुख करना होगा। बड़े-बड़े हत्याकांड, ओपन स्ट्रीट गैंग वार , घरेलू हत्या, चाकूबाजी से पूरी तरह त्रस्त हो चुका था शहर। अधिकतर अपराध का केंद्र बिंदु सिविल लाइन थाना क्षेत्र के जरहाभाटा ही रहा। 25 फरवरी 2022 को तालापारा नवीन महादेवा हत्याकांड के एक मुख्य आरोपी को छोड़कर कुछ नाबालिग आरोपी सरकंडा बाल संरक्षण गृह एवं कुछ वयस्क आरोपी सेंट्रल जेल बिलासपुर में है। इस बीच शहर को झकझोर कर देने वाली कुख्यात गैंगस्टर संजू त्रिपाठी मर्डर केस जिसमें रियल शूटरों का अभी तक अता पता नहीं है। परंतु क्राइम का हाई क्लास षड्यंत्र रचने वाले जय नारायण त्रिपाठी अपने करीब 21 खतरनाक साथियों के साथ सेंट्रल जेल बिलासपुर में। इस बीच आईजी बी एन मीणा एवं नए एसपी संतोष कुमार सिंह के आने के बाद शहर में मल्टी एंगल क्राइम कंट्रोल से शहर को सुरक्षित किया गया। इसके तहत नशा विरोधी अभियान निजात शुरू किया गया। परंतु इस बीच दिनांक 6 मई 2023 को थाना तार बहार के तहत होटल हेवेंस के सामने कुख्यात मैडी गुट एवं वसीम गुट में खतरनाक ओपन स्ट्रीट गैंग बार हो गया जिसमें वसीम गुटके भास्कर वर्मा नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इसमें मैडी सहित सभी खतरनाक आरोपियों को पकड़कर जेल पहुंचाया गया। जिसमें कुदुदंड के माली परिवार का भी एक युवक है। अभी जानकारी यह आ रही है कि मैडी के खिलाफ वाले गैंग के कुछ अपराधियों को भी जेल पहुंचाया गया है। और आज आज थाना सिरगिट्टी के तहत गांव में घटित एक हत्याकांड के 8 आरोपियों को जेल पहुंचाया गया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की अभी सेंट्रल जेल के अंदर कपिल त्रिपाठी, जय नारायण त्रिपाठी एवं मैडी गैंग का वर्चस्व है। मैडी गैंग के लिए काम कर रहे हैं एक आरोपी युवक कुदुदंड के पूर्व गैंगस्टर माली परिवार का है। और यह सर्वविदित है कि कुदुदंड के माली परिवार से जय नारायण त्रिपाठी का काफी पुराना विवाद है। और कई बार खूनी संघर्ष भी हो चुके हैं। और ऐसी स्थिति में जेल में भी कभी भी गैंगवार की स्थिति निर्मित हो सकती है। परंतु सेंट्रल जेल बिलासपुर के वर्तमान जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी इन स्थितियों का बहुत अच्छे ढंग से समझ कर जेल के अंदर ही बहुत ही अच्छा एवं फुलप्रूफ सूचना तंत्र तैयार कर लिया है। इस संबंध में आज हमारे न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत के दौरान श्री मंडावी ने बताया कि वर्तमान में लगातार गैंगस्टर, पुराने खतरनाक अपराधी के हवालाती कैदी बन कर आने के कारण इस जेल को संवेदनशील स्टेज में रखा गया है। 24 घंटे मैडी गैंग, कपिल त्रिपाठी गैंग एवं वसीम खान गैंग की निगरानी चल रही है । और थोड़ी सी भी गड़बड़ी पाई गई तो तुरंत जेल ट्रांसफर कर दिया जाएगा। प्रति माह आखरी दिन इमरजेंसी अलर्ट सायरन के साथ ही नियमित कैदियों के बिस्तर एवं सामानों की चेकिंग की जा रही है। एक ही केस हिस्ट्री वाले को साथ में नहीं रखा जा रहा है। हर संभव जेल को सुरक्षित किया गया है।(ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )