एसपी संतोष कुमार सिंह के क्विक एक्शन से बच गए 42 लाख रुपय। सरोजनी साहू एवं रुक्मणि साहू ने मिलकर बनाई थी ब्लैक मनी हड़पने की योजना। दो पत्नियों वाले एसडीओ फॉरेस्ट पर है शक की सुई। एक पत्नी रहती है महावीर नगर : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (25 मई 2023 ) [तपन गोस्वामी द्वारा ] शहर का बहुचर्चित सरोजिनी एवं रुक्मणि साहू नोट कांड में प्रतिदिन नए नए खुलासे हो रहे हैं। एक जानकारी के अनुसार सरोजिनी साहू सिर्फ फॉरेस्ट ही नहीं बल्कि पीडब्ल्यूडी के कई भ्रष्ट अधिकारियों के हैवी ब्लैक मनी डंपिंग एवं उस रकम से सरकारी कर्मचारियों एवं बड़े-बड़े कारोबारियों को ब्याज पर चलाने का काम करती थी। वर्तमान में कई करोड़ रुपए की करेंसी डंपिंग अंबिकापुर एवं बलरामपुर के एक पूर्व डी एफ ओ का बताया जा रहा है। जिसके लड़के के नाम से कई करोड़ रुपए का आलीशान होटल मंगला चौक के पास है। और उस जमीन का सौदा सरोजिनी साहू के माध्यम से हुआ था। और जमीन के कई कागजातों में सरोजिनी साहू के हस्ताक्षर है। सरोजनी साहू को यही डीएफओ साहब ने वन विभाग में ठेका दिलवाया था। वर्तमान में सरोजिनी साहू का बिलासपुर के एक एसडीओ फॉरेस्ट से भी बहुत ही अच्छे संबंध है। जिनकी दो पत्नियां हैं और एक पत्नी को एसडीओ साहब कई करोड़ के मकान महावीर नगर में दिला कर रखे हैं। वास्तव में सरोजनी साहू मंगला स्थित अभिषेक बिहार फेस वन में रहती है। वहां इनके अड़ोस पड़ोस वाले सरोजिनी साहू की संदेहास्पद गतिविधियां के संबंध में बताते हैं कि फॉरेस्ट में उनको यह ठेकेदारी का काम तत्कालीन डीएफओ श्री पांडे ने दिलवाई थी। जो काफी समय तक अंबिकापुर एवं बलरामपुर में रहते हैं। आस पड़ोस वाले बताते हैं कि फॉरेस्ट में एक सामान्य ठेकेदार सरोजनी साहू के तेवर काफी कठोर है। देर रात तक इनके घर में फॉरेस्ट एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कीमती गाड़ियों से आना जाना लगा रहता था। सरोजिनी साहू का भी शहर में कई कीमती प्रॉपर्टी है। सरोजिनी का उनके बहन रुक्मणि के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई की दोनों में कोई विवाद नहीं है। परंतु घटना के बाद एक ऐसी स्टोरी बनाई गई जिसमें दोनों में विवाद होना बताया गया। दोनों बहने मिलकर ब्याज का काम करती है। और शक है कि 21 मई की घटना के पीछे दोनों बहनों की सोची समझी साजिश थी। और शासन के भ्रष्ट अधिकारियों के उनके घर में रखें ब्लैक मनी पर हाथ साफ करने की योजना थी। सरोजिनी एवं रुक्मणि साहू ने प्लान बनाया था कि 21 मई को सरोजिनी साहू अपने बच्चों को लेकर वाटर पार्क जाएंगी। परंतु रुक्मणि कॉन्ट्रैक्ट चोरों को गाइड करते हुए उन पर निगरानी रखेगी। वाटर पार्क में जाने से पहले सरोजनी ने रुक्मणि को बता दिया था कि कुछ सोने के गहने एवं 25 हजार रुपए नगद ऊपर रहेगा बाकी अधिकारियों के ब्लैक मनी जो की लाखों में होगी वह सामने रखकर जा रही हूं। दोनों बहनों ने प्लान बनाई थी कि यदि चोर पकड़ा भी जाएगा तो पुलिस से सेटिंग कर 25 हजार नकद एवं सोने के गहने को पकड़वा देंगे बाकी पुलिस से मिलकर कई लाख रुपए पर हाथ साफ कर देंगे। और जिन अधिकारियों की ब्लैक मनी है वे सब डर के मारे कुछ नहीं बोलेंगे। प्लान के अनुसार चोरी हुई और पकड़ाया भी। परंतु इनकी योजना फेल कर दिया पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने। उनके पास चोरी की सिर्फ 25 हजार रुपए एवं कुछ सोने के गहने की जानकारी आई थी । परंतु उन्हें कुछ शक हुआ और अपने ढंग से उन्होंने जांच करवाई तो मामला 42 लाख रुपए का निकला। यदि सही समय पर 42 लाख रुपए पुलिस अपने कस्टडी में नहीं लेती तो वह भी गायब हो जाता। पुलिस 42 लाख रुपए धारा 102 के तहत जप्त कर इसकी सूचना आईटी को भेजी है। अभी 7 गिरफ्तार एवं दो फरार है। पुलिस सरोजनी साहू यह गतिविधियों की अच्छी तरह जांच कर रही है और जल्द ही उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी न्यूज़ नेटवर्क )