त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू। कलेक्टर सौरभ कुमार ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों की छुट्टी की निरस्त। परंतु सिम्स के डीन डॉ के के सहारे नहीं मानते कलेक्टर के आदेश। बिना छुट्टी लिए है लापता। ईद के छुट्टी के दिन भी सरकारी वाहन से धींगा मस्ती करने गए रायपुर : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (04 जून 2023) [तपन गोस्वामी द्वारा ] त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव के लिए जिले में 5 सरपंच एवं 12 पंच के लिए 27 जून को मतदान होना है। साथ ही संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। बिलासपुर जिले के बिल्हा, कोटा, तखतपुर, धूमा, मस्तूरी में पंचायत उपचुनाव संपन्न होने है। कलेक्टर सौरभ कुमार सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की छुट्टी निरस्त कर दी है। परंतु जिले एवं संभाग के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज सिम्स के डीन डॉ के के सहारे का कामकाज मल्टीनेशनल कंपनी के किसी सीईओ जैसा है। इन पर राज्य शासन का कोई भी कानून लागू नहीं है। कहावत है कि नेता और विधायक चुनाव जीतने के बाद जनता को दर्शन नहीं देते हैं। परंतु बिलासपुर के नगर विधायक शैलेश पांडे साल के 365 दिन जनता को उपलब्ध रहते हैं। विधानसभा सत्र के दौरान भी विधायक श्री पांडे सोशल मीडिया के माध्यम से बिलासपुर की जनता से जुड़े रहते हैं। परंतु ठीक इसके विपरित सिम्स के डीन डॉ के के सहारे जनता तो दूर इनके डॉक्टर एवं सिम्स के कर्मचारी इन्हें देखने के लिए तरस जाते हैं। डीन डॉ के के सहारे नियुक्ति तो बिलासपुर में है। परंतु न जाने वह अभी भी रायपुर का मोह त्याग नहीं पा रहे हैं। अक्सर वे बिना छुट्टी लिए अचानक रायपुर चले जाते हैं वहां उनका क्या है? जिससे बिलासपुर में उनका मन नहीं लगता यह जांच का विषय है। ईद के छुट्टी के दिन भी वे सरकारी वाहन से रायपुर जाकर धींगा मस्ती करके आए हैं। अप्रैल माह में रायपुर में सभी मेडिकल कॉलेजों के डीन एवं अधीक्षकों की तीन दिवसीय ट्रेनिंग थी। ट्रेनिंग के बाद से ही वह नदारद है। इतने बड़े मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ के के सहारे चोर जैसे अपने ऑफिस में प्रवेश कर अटेंडेंस रजिस्टर में दस्तखत करके भाग जाते हैं। मई 2023 को 15 दिनों के बाद 30 मई से 1 जून को दस्तखत कर 2 जून से अचानक लापता हो गए। अभी मेडिकल कॉलेज की आगे की मान्यता बढ़ाने के लिए 2 जून को एनाटॉमी विभाग का निरीक्षण एनएससी टीम द्वारा किया गया। परंतु डीन साहब इसमें भी अनुपस्थित थे। इसके पूर्व भी मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया टीम के निरीक्षण के दौरान भी वह गायब थे। डीन डॉ के के सहारे शासन के आदेशों का जबरदस्त उल्लंघन कर शासन को बिना जानकारी दिए गायब हो जाते हैं। अब सिम्स में उनका नाम डॉ लापता सहारे रखने वाले हैं। एक अधिकृत जानकारी के अनुसार 18 अक्टूबर 2022 को सिम्स के डीन डॉ सहारे के पदस्थ होने के बाद 19 अक्टूबर 2023 तक कुल 288 कार्य दिवस में वह 122 दिनों तक रहस्यमय ढंग से नदारद थे। छुट्टी के दिनों में भी डीन साहब रायपुर में धींगा मस्ती करने सरकारी वाहन का भरपूर उपयोग करते हैं। एक अधिकृत जानकारी के अनुसार 19 अक्टूबर 2022 को ईद उल फितर का सरकारी छुट्टी थी परंतु वे सरकारी वाहन लेकर रायपुर गए यह जांच का विषय है। डॉ सहारे का क्रियाकलाप काफी संदेहास्पद है। और वे शासन के रडार पर है कभी भी के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )