प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित पंचामृत के लक्ष्य के तहत एसईसीएल 600 मेगा वाट से अधिक परियोजनाओं को विकसित करेगी। ऊर्जा नवीनीकरण योजना में एक हजार करोड़ से अधिक का होगा निवेश : तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (11जुलाई 2023) [तपन गोस्वामी द्वारा ] कोल इंडिया लिमिटेड की सबसे बड़ी कोल उत्पादक कंपनियों में से एक एसईसीएल ने आने वाले वर्षों में 600 मेगावाट से अधिक क्षमता की रूफटॉप, ग्राउंड माउंटेड, ग्रिड कनेक्टेड सौर परियोजनाओं व अन्य नवीनीकरण ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करने की योजना बनाई है। व्यवसाय का विस्तार और विविधता लाने और नेट जीरो एनर्जी लक्ष्य हासिल करने की कंपनी की रणनीति का हिस्सा है। यह रणनीति 2070 तक शून्य उत्सर्जन की उपलब्धि हासिल करने के लिए सी ओ पी 26 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित पंचामृत के लक्ष्य के अंतर्गत है। मिनी रत्न पीएसयू द्वारा इन परियोजनाओं को विकसित करने पर 1000 करोड़ से अधिक निवेश करने की योजना है। इनमें से कुछ परियोजनाओं रेस्को ( रिन्यूएबल एनर्जी सर्विस कंपनी ) , बिल्ड ऑन ऑपरेट मोड में कार्यान्वित की जाएगी। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पहले इसके संचालक क्षेत्रों में 180 मेगावाट से अधिक की सौर ऊर्जा परियोजनाएं पहले से ही विकास के विभिन्न चरणों में हैं। हाल ही में जोहिला, जमुना, कोतमा और कुसमुंडा क्षेत्रों में 580 किलोवाट क्षमता की रूफटॉप सौर परियोजनाएं शुरू की गई है। परियोजना के अंतर्गत प्रशासनिक भवन, जीएम कार्यालय, एसईसीएल संचालित केंद्रीय विद्यालय, क्षेत्रीय अस्पताल, और क्षेत्र के गेस्ट हाउस में सोलर पैनल लगाए गए हैं। इस परियोजना में पूरे वर्ष 4,20,000 यूनिट बिजली पैदा करेगी। जिससे सालाना 21 लाख रुपए की बचत होगी। परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि योजना का विस्तार मध्यप्रदेश के सुहागपुर सहित एक बड़े क्षेत्र में किया जा रहा है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेट वर्क )