बिलासपुर निवासी कस्टम अधिकारी अविनाश ठेठवार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को नजर अंदाज करते हुए नौसेना के अति गोपनीय जानकारियों को मीडिया मे सांझा किया। आईबी की नजर अब इस पर: तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]
1 min readबिलासपुर (20 फरवरी 2024)[तपन गोस्वामी द्वारा] सामरिक महत्व की हर जानकारियां अति गोपनीय रहती है। वहां के अधिकारी सामरिक क्षेत्र में क्या प्रयोग कर रहे हैं? किस तरह दूसरे देशों से मिलकर सामरिक अभ्यास कर रहे हैं? यह सिर्फ रक्षा मंत्री, सुरक्षा सलाहकार एवं रक्षा सचिव को ही पता रहता है। परंतु बिलासपुर शहर का होनहार कस्टम अधिकारी एवं विशाखापट्टनम में सुप्रीटेंडेंट ऑफ कस्टम के पद पर कार्यरत अविनाश ठेठवार को इंडियन नेवी ऑफ विश्व विजय अभियान के तहत 50 देशों के नौसेना के जहाजों को सामरिक महत्व से नहीं बल्कि कस्टम के मैटर में जांच करने की अहम जिम्मेदारी सौंप गई है। विश्व विजय अभियान की शुरुआत 19 फरवरी से हो चुकी है जो की 27 फरवरी तक बंगाल की खाड़ी में संपन्न होगी। इस आयोजन का उद्देश्य एक सुरक्षित एवं स्थिर इंडो पेसिफिक सुरक्षित करना है। इसमें 50 देश के नौसेना भाग ले रहे हैं। इन 50 देशों से आने वाले सामरिक महत्व के नौसेना के जहाज को जांच का जिम्मा बिलासपुर निवासी एवं विशाखापट्टनम में पदस्थ कस्टम अधिकारी अविनाश ठेठवार को सौंपी गई हैं। परंतु कस्टम अधिकारी अविनाश ठेठवार ने इस गोपनीय युद्ध अभ्यास को रक्षा मंत्रालय का प्रवक्ता बनकर मीडिया में खुलासा कर रक्षा मंत्रालय के अति गोपनीय जानकारी को आमजन से सांझा कर अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया। जिम्मेदारी पाना एक अच्छी बात है परंतु उससे महत्वपूर्ण उनका निर्वहन करना है। अब इंटेलीजेंस ब्यूरो भी इस सामरिक महत्व के अति गोपनीय जानकारी के लीक होने के मामले में गंभीर है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)