*कलेक्टर अवनीश शरण का सिम्स में 1 घंटे का इमरजेंसी लैंडिंग। डीन डॉ सहारे नदारत। मरीज के परिजनों हेतु एलइडी टीवी, किचन शेड में छोटी सी चाय बिस्किट दुकान के साथ ही चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था पर कलेक्टर की नजर: तपन गोस्वामी [ Editer in chief]*
1 min readबिलासपुर (23 अगस्त 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] हाई कोर्ट के कड़े एक्शन के बाद शासन प्रशासन सिम्स मेडिकल कॉलेज में फैली अव्यवस्था को सुधारने में लगे हुए हैं। कलेक्टर अवनीश शरण प्रतिमाह सिम्स का दौरा कर रहे हैं। आज भी कलेक्टर श्री शरण सभी कार्यक्रमों को छोड़कर अचानक सिम्स चले गए। और 1 घंटे तक सिम्स का भ्रमण कर व्यवस्था एवं व्यवस्थाओं का लेखा जोखा लिया। सिम्स की भर्ती मरीज के परिजन एवं ओपीडी में आए मरीज अपने बीच कलेक्टर अवनीश शरण को पाकर बहुत खुश हुए। कलेक्टर अवनीश शरण ने मरीजों के परिजनों के मनोरंजन हेतु अभिलंब एलइडी टीवी लगाने के निर्देश दिए। कुछ मरीजों के परिजन कलेक्टर से कहा कि रात के वक्त चाय बिस्किट वगैरा लेने के लिए बाहर जाना पड़ता है यदि एक छोटी सी दुकान सिम्स के अंदर लग जाए तो अच्छा हो जाएगा। मरीजो के परिजनो की बात सुनकर कलेक्टर अवनीश शरण तुरंत ही किचन शेड में एक छोटी सी चाय बिस्कुट की दुकान लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर मरीजो से सीधी मुलाकात कर मिल रहे इलाज, भोजन व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के आंतरिक हिस्से में चल रहे विभिन्न कंस्ट्रक्शन वर्क का अवलोकन कर अधिकारियों को निर्माण कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के लिए कहा। कलेक्टर अवनीश शरण ने पीडब्ल्यूडी इंजीनियर को डांट लगाई क्योंकि पिछले बार भी उनके दौरे के समय अंदर जल भराव की समस्या थी और आज भी वही है। कलेक्टर ने जल्द ही जल भराव समस्या का निराकरण करने के लिए कहा। कलेक्टर के पिछले दौरे के समय पंजीयन काउंटर में जो अव्यवस्था देखी थी वह आज भी कायम है इसके लिए कलेक्टर ने कुछ निर्देश दिए। कलेक्टर अवनीश शरण का फोकस लगातार फैल रही मौसमी बीमारियों, एवं स्वाइन फ्लू, मलेरिया एवं डायरिया पर थी उन्होंने इस संबंध में मरीजों से भी पूछा और उनका इलाज करने वाले डॉक्टर से भी पूछताछ की। कलेक्टर ने प्रतिदिन तीन बार टॉयलेट साफ करने के लिए कहा। कलेक्टर अवनीश शरण ने इस बार लिफ्ट व्यवस्था, व्हीलचेयर एवं स्ट्रेचरो की जानकारी ली। क्योंकि उन्हें यह खबर थी कि सिम्स की लिफ्ट अक्सर खराब रहती है। व्हीलचेयर के नाम से खटारा चेयर, स्ट्रेचर के नाम से भी कंडम स्ट्रेचर मरीज को उपलब्ध कराई जाती है। इस कारण इस बार कलेक्टर ने इस बात की खबर ली। कलेक्टर ने लेबर वार्ड का भी निरीक्षण कर वहां की कमियों को अभिलंब दूर करने के निर्देश दिए। कलेक्टर के इस निरीक्षण में डीन नदारत थे। उनके साथ अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर एस के नायक, सहायक कलेक्टर तन्मय खन्ना सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)