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*जन-जन के नेता, महान चिंतक, पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व: अटल बिहारी वाजपेई की जयंती सुशासन के रूप में मनाया गया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता पूर्व एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने स्व: वाजपेई के जीवन पर प्रकाश डाला : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*

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बिलासपुर (26 दिसंबर 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की जन्म जयंती सुशासन के रूप में भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियो द्वारा सभी मंडलों में संगोष्ठी एवं उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर जन्म जयंती दिवस पर उनकी संस्मरण को याद करते हुए मनाया गया। भारतीय जनता पार्टी दक्षिण मंडल के संगठन प्रभारी एवं पूर्व एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने जन्म जयंती दिवस पर अटल जी की जीवनी को याद करते हुए कहा कि भारत माता के महान सपूत राजनीति के अजातशत्रु अटल जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर के रहवासी शिक्षक पिता कृष्ण बिहारी जी और माता कृष्णा देवी जी के घर हुआ। स्नातक और कानपुर से पॉलीटिकल साइंस के शिक्षा ग्रहण करने के बाद अटल जी ने स्वयं का जीवन राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित कर दिया। जनशताब्दी वर्ष में देश उनके सुशासन और ऐतिहासिक योगदान के लिए अटल जी को विशेष रूप से स्मरण किया जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जनसंघ के समय जो पौधा लगाया है जो आज तक एक विशाल वृक्ष के रूप में हम सब देख रहे हैं। अटल जी का त्याग, तपस्या, बलिदान का स्थान कोई अन्य नहीं ले सकता है। स्वर्गीय अटल जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, दूरदर्शी नेता महान कवि, संपादक, महान विचारक के साथ ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उनकी लिखी कविताएं उनके भाषण में आज भी सबके हृदय में विद्यमान है। कुच से नहीं डरे उन जैसे व्यक्तित्व को किसी से डर लगता भी नहीं था। वह यह भी कहते थे जीवन बंजारों का डेरा आज यहां कल कहां कुच है कौन जानता किधर सवेरा। 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिए अटल जी की एनडीए सरकार ने जो कदम उठाए उसमें देश को एक नई दिशा और नई गती दी। सन 1988 के जिस काल में उन्होंने प्रधानमंत्री का पद संभाला था उस दौर में पूरा देश राजनैतिक अस्थिरता से घिरा हुआ था। 9 साल में देश ने चार बार लोकसभा चुनाव देखें। लोगों को शंका थी कि ये सरकार भी उनकी उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाएगी। ऐसे समय में एक सामान्य परिवार से आने वाले अटल जी ने देश को स्थिरता और सुशासन का मॉडल दिया। भारत को नव विकास की गारंटी दी। 11 मई 1988 को पोखरण परमाणु परीक्षण से भारत को परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों की सूची में शामिल करना जय जवान, जय विज्ञान का नारा अटल जी ने दिया था। प्रधानमंत्री सड़क योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, पेय जल अटल जी की पहली प्राथमिकता थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के सिद्धांतों पर चलकर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को विश्व के एक ताकतवर देश के पंक्ति में खड़ा कर दिया है। आज पड़ोसी राष्ट्र आंख दिखाकर नहीं भारत के सामने आंख नीचे कर बात करते हैं। भारतीय जनता पार्टी दक्षिण मंडल के नव नियुक्त अध्यक्ष शैलेंद्र यादव ने भी अपने वक्तव्य में पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेई के सुशासन पर प्रकाश डाला। जयंती कार्यक्रम में मुख्य रूप से मनीष अग्रवाल, शैलेंद्र यादव, अमित तिवारी, जुगल अग्रवाल, नारायण गोस्वामी, शोभा कश्यप, चंदना गोस्वामी, मोनू रजक, साहिल कश्यप, संजय गुप्ता, विकास शुक्ला, रीना गोस्वामी, दीपशिखा यादव, सरिता कामरे, मीनाक्षी बोबर्डे, ज्योति मिश्रा, राकेश तिवारी, किशोर यादव, नारायण कुर्रे, शिव पटेल, वीरेंद्र यादव, किशोर शुक्ला, अमित बजाज, दीपक सोनवानी, बबलू वर्मा, रवि वर्मा, ध्रुव कोरी, पूजा खत्री, विकासशुक्ला, संजय पाठक, अनिरुद्ध त्रिपाठी, मनोज तिवारी, विपुल यादव, शुभम यादव, सनीयादव, राम कुमारी केसरवानी, अनुराधा मेश्राम, लक्ष्मी विश्वकर्मा, सुमित केसरवानी सहित बड़ी संख्या में मंडल के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित हुए। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)

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