दीपक ज्वेलर्स डकैती कांड ! पब्लिक हीरो एवं पुलिस जीरो। आईजी श्री डांगी ने बार-बार कहा कि गंभीर वारदात के फरार आरोपियों को पकड़ो परंतु? फरार मो: रमजान जेल में बंद छोटू सिंह से था लगातार संपर्क में तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]
1 min read- बिलासपुर (22 अप्रैल 2022) [तपन गोस्वामी द्वारा ] शांति प्रिय शहर बिलासपुर अब खतरनाक अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है। प्रायः प्रत्येक क्राइम मीटिंग में बिलासपुर रेंज के अनुभवी आईजी रतनलाल डांगी अपने रेंज के सभी एसएसपी एवं राजपत्रित पुलिस अधिकारियों को लगातार निर्देश देते आ रहे हैं कि गंभीर किस्म के वारदात को अंजाम देने के बाद शहर से फरार होने वाले आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करें। परंतु यहां तो नवगठित एंटी क्राइम यूनिट सिर्फ जुआ, शराब, आईपीएल सट्टा वसूली में पुलिस का बहुमूल्य समय खराब कर रहे हैं। 13 जनवरी 2022 को दर्रीघाट के एक नेता के घर में डकैती के बाद से मो : रमजान फरार था । उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसमें से एक उड़ीसा के सुंदरगढ़ निवासी आरोपी छोटू सिंह का लगातार संपर्क मो: रमजान से था। बिलासपुर सेंट्रल जेल के एक सिपाही के मोबाइल से जेल में बंद छोटू सिंह खतरनाक फरार आरोपी मो: रमजान के पास मैसेज पहुंचाता था । बाहर रहकर मो: रमजान एक अधिवक्ता से अजय ध्रुव, दुर्गेश ध्रुव, आनंद टोप्पो एवं छोटू सिंह की जमानत करवाने की बात कर रहा था। और कल जो दीपक ज्वेलर्स में डकैती डाली गई थी उससे लुटे गहने को बेचकर अधिवक्ता की फीस देने की प्लानिंग थी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बिलासपुर पुलिस ने एक सुनहरा मौका गवा दिया। यदि पुलिस दर्रीघाट डकैती कांड के जेल में बंद आरोपियों में से सुंदरगढ़ उड़ीसा निवासी छोटू सिंह को पुनः जुडीशियल रिमांड में लेकर पूछताछ करती और बिलासपुर में मो रमजान के रहने के ठिकानों की पतासाजी करती तो 4 माह में तीसरी गंभीर वारदात करने वाले मो: रमजान अब तक जेल के सलाखों में होता । आज थानों को उगाही का केंद्र बनाकर आम जनता को परेशान करने वाले पूर्वी टीआई शनिप जैसे पुलिस अधिकारियों को फरार आरोपियों को पकड़ने के काम में लगाया जाना चाहिए क्योंकि ऐसे टी आई अब थानों में बैठने लायक नहीं है। कम से कम फरार आरोपियों को तो पकड़े और अपने वर्दी में लगे दाग को धोए।( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )