कोरिया पुलिस नहीं सुलझा पाई तीन हत्याओं के मामले। पत्रकार रवि रंजन सिंह को क्यों अरेस्ट करना चाहती कोरिया पुलिस ? महिला ललिता पटेल को प्रताड़ित कर वर्दी को कर रहे हैं दागदार : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ]
बिलासपुर (12 फरवरी 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं गृहमंत्री का रेंज के सभी आईजी एवं जिले के सभी एसपी को यह स्पष्ट रूप से निर्देश है कि किसी भी पत्रकार चाहे वह प्रिंट मीडिया से हो चाहे वह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से हो या वेब पोर्टल से हो उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए। यदि कोई ऐसा मामला है जिसमें पत्रकार के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करना हो तो पहले उसका परफेक्ट इन्वेस्टिगेशन करें और गिरफ्तारी से पहले रेंज के आईजी से इजाजत लेे। परंतु कोरिया पुलिस शायद मुख्यमंत्री, गृहमंत्री से ऊपर है। इस कारण कोरिया पुलिस पत्रकार रवि रंजन सिंह के खिलाफ बिना जांच किए गैर जमानती धाराओं के तहत एफ आई आर दर्ज कर उनके कंपनी में काम कर रही श्रीमती ललिता पटेल को भी इस बात को लेकर दबाव डाल रही है कि वे पत्रकार रवि रंजन के खिलाफ प्रताड़ना का रिपोर्ट दर्ज कराएं। जबकि श्रीमती ललिता पटेल पत्रकार के खिलाफ झूठी रिपोर्ट नहीं लिखाना चाह रही है। और इसी कारण कोरिया पुलिस के 3 स्टाफ नवीन दत्त तिवारी, सौरव एवं एक अन्य 3 फरवरी की देर रात श्रीमती ललिता पटेल के घर बलपूर्वक घुसकर उन्हें प्रताड़ित किया और उनके नाबालिक बच्चे के साथ भी मारपीट किया। प्रकरण पत्रकार के दैनिक समाचार पत्र में छपी पुलिस के खिलाफ किसी समाचार को लेकर है। पत्रकार को परेशान करने के बजाय यदि कोरिया पुलिस उन तीन हत्याओं के मामले की छानबीन करें जो कि काफी समय से पेंडिंग है तो आम जनता के मध्य पुलिस की छवि अच्छी बनेगी। पत्रकार संघ इस मामले को लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रही है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )