शहर की बिगड़ती कानून व्यवस्था एवं गैंगवार के मद्देनजर। अमर अग्रवाल की दहाड़ ! पुलिस प्रशासन चौकन्ना। घायल उदय का मजिस्ट्रेट कथन एवं वायरल बयान मैच होना जरूरी : तपन गोस्वामी[ एडिटर इन चीफ]
बिलासपुर ( 3 मार्च 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा] बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री द्वारा दिए गए इस बयान पर कि पूरा शहर अपराध का गढ़ बन गया है पुलिस प्रशासन चौकन्ना हो गया है। पुलिस प्रशासन का मानना है कि यदि शहर की कानून व्यवस्था में जल्द सुधार नहीं हुआ तो बीजेपी का अगला स्टेप धरना एवं आंदोलन होगा। श्री अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में बिलासपुर के हिस्ट्रीशीटर गैंगवार की बात तो सोच भी नहीं सकते थे। अमर अग्रवाल के मंत्रित्व काल में कांग्रेस के दो गुटों का खूनी संघर्ष उसलापुर स्टेशन में होता था परंतु सिविल लाइन आते आते दोनों गुटों के उपद्रवी तत्व लॉकअप में रहते थे। कई गैंगस्टर तो शहर छोड़ देते थे। पुलिस प्रशासन अब निश्चित तौर पर सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाकर उनके क्रिमिनल कैडर को चिन्हांकित करवाएगी। पूर्व कैबिनेट मंत्री अमर अग्रवाल के बयान के बाद सिविल लाइन पुलिस एक्शन में आई और कुछ दिन पहले घटित नवीन महादेव मर्डर केस के तीन आरोपियों को गिरफ्तार की। अब यह सवाल है कि इस केस में गंभीर रूप से घायल उदय चक्रवर्ती का वायरल बयान जिसमें इस मर्डर केस का मास्टरमाइंड कांग्रेस नेता वसीम खान का होना बताया। तो पुलिस को इस बात की तस्दीक करनी चाहिए कि घायल होकर जब वह अस्पताल में भर्ती हुआ था और मजिस्ट्रेट के सामने कथन हुआ था तो क्या उस समय अपने कथन में कांग्रेस नेता वसीम खान का नाम लिया था ? यदि हां तो मजिस्ट्रेट के कथन एवं मोबाइल में वायरल हुए बयान का मैच होना जरूरी है और उसके बाद ही एफ आई आर की कार्रवाई हो सकती है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)