क्राइम सीन बताएगी कि प्रियंका की मौत हत्या या आत्महत्या? सुसाइडल नोट की तलाश। पुलिस को बिना बताए दरवाजा तोड़ना एवं लाश तक पहुंचना गलत। एंट्री एवं एग्जिट पॉइंट की हो रही जांच : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ]
बिलासपुर ( 13 मार्च 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा] कश्यप कॉलोनी में कल घटित इंजीनियर प्रियंका कौशिक की रहस्यमय मौत मृतका के चाचा एवं पूर्व विधायक सियाराम कौशिक द्वारा लगाए गए हत्या के आरोप के बाद यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया है। घटना थाना सिटी कोतवाली के अंतर्गत कश्यप कॉलोनी में स्थित गुप्ता हॉस्टल में घटित हुई। टीआई सिटी कोतवाली प्रदीप आर्य ने क्राइम सीन के टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलवा लिया था। इंजीनियर प्रियंका कौशिक पुराना बस स्टैंड के सत्य साईं प्लाजा में कार्यरत थी। कश्यप कॉलोनी के संतोष कुमार गुप्ता द्वारा संचालित गर्ल्स हॉस्टल में प्रियंका अपनी बहन और एक अन्य महिला पार्टनर के साथ रहती थी। परंतु घटना के दिन वह अकेली थी। बार-बार फोन का जवाब ना देने पर ऑफिस के मालिक ने अपने एक स्टाफ को प्रियंका के हॉस्टल भेजा। दरवाजा खटखटाने पर आवाज नहीं आने से वह स्टाफ खिड़की से झांका तो प्रियंका पंखे से लटकी पाई गई। इसके बाद गुप्ता परिवार के सदस्यों ने दरवाजा तोड़ा और इसके बाद पुलिस को खबर दी। पुलिस एवम् एफ एस एल टीम क्राइम सीन की जांच की परंतु तब तक प्रियंका का सुसाइडल नोट नहीं मिला था। साइबर टीम प्रियंका के मोबाइल को अनलॉक कर घटना के समय और उस दिन के सारे इनकमिंग, आउटगोइंग कॉल एवं व्हाट्सएप फेसबुक के स्टेटस की जांच कर रही है। एफ एस एल टीम ने पीएम करने वाले डॉक्टर को कुछ खास पॉइंट क्वारी के लिए दिए हैं। पुलिस पीएम रिपोर्ट के इंतजार के साथ ही उसी दिन बेलमुंडी में घटित एक युवक विशाल कौशिक के आत्महत्या प्रकरण के साथ प्रियंका के आत्महत्या का कोई कनेक्शन के साथ सुसाइडल नोट एवं गुप्ता परिवार द्वारा जल्दबाजी में बिना पुलिस को सूचना दिए दरवाजा तोड़ने का कारण एवं क्राइम सीन के एंट्री एवं एग्जिट डोर पर अपना इन्वेस्टिगेशन एंगल रखा। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)