रेल्वे का 6 करोड़ का सिग्नल केबल जलकर स्वाहा। सिग्नल का एक ठेकेदार, एक अधिकारी एवम् मनेंद्रगढ़ से आई एक महिला पर शक की सुई। सीबीआई के पास पेपर कटिंग पहुंची : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर (21 मार्च 2022) [तपन गोस्वामी द्वारा] 17 मार्च देर रात रेल्वे के सोलापुरी माता चौक के पास स्थित डीजीटी स्टोर में लगी आग एक बहुत बड़े साजिश की ओर इंगित कर रहा है। रेल्वे के एक तुर्रम खां अधिकारी सीनियर डीसीएम ऋषि शुक्ला ने 6 करोड रुपए के सिग्नल केबल जलने की बात इस तरह कह दी जैसे कि छोटे बच्चे एक छोटी सी होली बनाकर उसे जला देते हैं। साधन संपन्न रेल्वे के 6 करोड़ का सरकारी सिग्नल केबल जल गया ना तो उसका फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन हुआ और ना ही किसी एक्सपर्ट से जांच। बिलासपुर रेल्वे में कार्यरत एक ईमानदार अधिकारी ने आज ही इस घटना से संबंधित प्रकाशित समाचार पत्र की कटिंग सीबीआई के पोर्टल में कुछ महत्वपूर्ण टिप्पणी के साथ अपलोड कर दी। और इस अधिकारी को सिग्नल केवल जलने की पूरी रियल स्टोरी पता है । इस अधिकारी से हमारी टीम ने मुलाकात की तो उन्होंने अपना नाम गोपनीय रखने एक शर्त पर कहा कि वास्तव में डीजीटी स्टोर में रखें सिग्नल केबल अपने से नहीं जला बल्कि एक साजिश के तहत सिग्नल के एक ठेकेदार और उसी विभाग के एक अधिकारी का गेम प्लान है। इसमें एक महिला कर्मचारी भी शामिल है जिसका की ट्रांसफर मनेंद्रगढ़ से यहां हुआ इस महिला का रेल्वे के एक ठेकेदार से संबंध है और दूसरे ठेकेदारों के टेंडर के लोएस्ट रेट यह अपने खासम खास ठेकेदार को लिक कर देती है। और इन्हें षड्यंत्र रचने के लिए 3 दिन छुट्टी का अच्छा लाभ भी मिला वास्तव में मार्च एंडिंग का समय है ठेकेदारों को सिग्नल के उपयोग के बाद बचे इसी कीमती केवल को वापस स्टोर में पहुंचाना होता है परंतु ठेकेदार बाकी बचे केवल को दूसरे जगह बेच देता है परंतु ऑफिसर ठेकेदार से मिलकर केवल डंपिंग की एक फर्जी रिपोर्ट बना देते हैं। इंटर्नल ऑडिट वाले सभी मटेरियल की फिजिकल वेरिफिकेशन करते हैं और ऐसी स्थिति में केवल शॉर्टेज दिखाएगा तो ठेकेदार के साथ-साथ अधिकारी भी फसेगा। यदि उसी केबल में कृतिम आग लगा दिया जाए तो ऑडिट पार्टी उसका वेरिफिकेशन नहीं कर पाएगी। सीबीआई के पास पेपर कटिंग पहुंचने के बाद वह सिर्फ देख कर रख नहीं देगी रेल मंत्रालय से जरूर पूछताछ करेगी।( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)