डॉ प्रसून भारद्वाज के मौत का रहस्य। परिजनों का शक हत्या ? तालाब में खुद कुदा या फेंका गया? DIATOM टेस्ट नहीं रहस्य और गहराया। ट्रायंगल लव स्टोरी : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 6 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] 30 अप्रैल 2022 को राजनंदगांव मेडिकल कॉलेज में घटित डॉ प्रसून भारद्वाज के रहस्यमय मृत्यु प्रकरण में मामले की जांच सुसाइड के साथ मर्डर एंगल पर भी करने की मांग उठ रही है। राजस्थान से राजनांदगांव सरकारी मेडिकल कॉलेज में पढ़ने आए डॉ प्रसून भारद्वाज के परिजन अपने बेटे के रहस्यमय मृत्यु पर गहरा संदेह व्यक्त किया है। सुसाइडल नोट की बात कहीं जा रही है और वह भी शुद्ध हिंदी में परंतु डॉ प्रसून के परिजन का कहना है की उनके बेटे को शुद्ध हिंदी लिखना नहीं आता और यदि कभी सुसाइडल नोट सामने आती है तो उसकी जांच हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से कराई जाएगी। डॉ प्रसून को मात्र 10 दिन बाद इंटर्नशिप कंप्लीट होने का सर्टिफिकेट मिलने वाला था। डॉक्टर कि परिजन का कहना है कि उसे किसी भी तरह की परेशानी नहीं थी राजस्थान के एक प्रतिष्ठित परिवार का वह बेटा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने DIATOM टेस्ट का उल्लेख नहीं किया । इस कारण मामला और संदेहास्पद बन रहा है। क्योंकि डूबने से होने वाले मौत के प्रकरणों में सिर्फ DIATOM टेस्ट ही यह सिद्ध करता है कि डूबने वाला व्यक्ति डूबने से पहले जिंदा था या उसकी हत्या करने के बाद पानी में फेंका गया? वैसे डॉ प्रसून भारद्वाज का जिस मेडिकल स्टूडेंट लड़की से प्यार था उसे कोई और डॉ दिल दे बैठा था। इस मैटर में विवाद भी काफी हुआ और घटना के बाद से कुछ मेडिकल स्टूडेंट कॉलेज से गायब हैं। डॉ प्रसून के परिजन अपने बेटे के मौत की सच्चाई की जांच किसी अन्य एजेंसी से कराने की तैयारी कर रहे हैं । ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )