शहर के युवकों से रेल्वे में नौकरी लगाने के एवज में इस मैडम ने लिए करोड़ों रुपए। थमाई फर्जी जॉइनिंग लेटर। टीआई सरकंडा परिवेश तिवारी ने कहा कि जल्द होंगे गैंग के सभी सदस्य गिरफ्तार। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने पता लगाया गैंग का सही ठिकाना : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 13 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] शहर के शिक्षित बेरोजगारों से रेल्वे में नौकरी लगाने के नाम से करोड़ों रुपए लेकर फर्जी जॉइनिंग लेटर देकर फरार ठग सुंदरी स्मिता पांडे एंड गैंग को पकड़ने में सरकंडा पुलिस अभी सफल नहीं हो पाई। अपने आप को कोलकाता रेल्वे स्कूल की शिक्षिका बताने वाली स्मिता पांडे द्वारा बकायदा एक गैंग ऑपरेट कर पूरे देश में घूम घूम कर शिक्षित बेरोजगारों को रेल्वे के टी सी, टीटी एवं पार्सल क्लर्क बनाने के एवज में लाखों रुपए लेकर उन्हें फर्जी जोइनिंग लेटर देते हैं जब वह युवक जॉइनिंग करने रेल्वे के कार्यालय में जाते हैं तब स्मिता पांडे एंड गैंग का भांडा फूटता है। शहर के सरकंडा थाना क्षेत्र के विवेकानंद कॉलोनी निवासी शिक्षित बेरोजगार युवक अरमान खान एवं जीवन कुमार ने रेलवे में नौकरी के एवज में 35 लाख रुपए देकर जॉइनिंग लेटर प्राप्त किया और उसे लेकर जब दोनों कोलकाता गए और रेल्वे में जॉइनिंग लेटर दिखाएं तो वहां पदस्त अधिकारी आरपीएफ बुलाकर दोनों को गिरफ्तार करवाने वाले थे परंतु कोलकाता के रेल अधिकारी को जब पता चला कि बिलासपुर के दोनों शिक्षित युवक बहुत बड़ी ठगी का शिकार हुए तो अधिकारी ने तुरंत उन्हें आरपीएफ से छुड़वा कर सुरक्षित बिलासपुर भिजवाया। दोनों युवक थाना सरकंडा पहुंचकर एफ आई आर दर्ज करवाई। प्रकरण सितंबर 2021 की है। परंतु अभी तक सरकंडा पुलिस उस एफ आई आर पर कोई कार्रवाई नहीं की। आज हमने इस संबंध में थाना सरकंडा के टी आई परिवेश तिवारी से बात की तो उन्होंने तुरंत इस बात का संज्ञान लेकर कहा की बहुत ही जल्द पूरे गैंग के सदस्य गिरफ्तार होंगे। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने बिलासपुर के युवकों से रेल्वे में नौकरी लगाने के नाम से रुपए ऐठकर फर्जी जॉइनिंग लेटर देने वाले गैंग का सही ठिकाने का पता लगा लिया है। वास्तव में बेरोजगार युवकों को रेल्वे में नौकरी लगाने के नाम से ठगी करने वाले स्मिता पांडे के पिता वीरेंद्र पांडे आसनसोल रेल्वे में टी सी के पद पर है। और स्मिता पांडे किसी स्कूल की शिक्षिका है। सरकंडा पुलिस के लिए इतना क्लू ही काफी है। बिलासपुर के कई शिक्षित बेरोजगार युवक स्मिता पांडे के ठगी के शिकार हो चुके हैं परंतु उनके पिता सरकारी नौकरी पर है इसलिए पुलिस में जाने से डर रहे है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )