पीएम आवास घोटाला निगम के इंजी सुरेश बरुआ के चेंबर से शुरू हुआ और वही होगा खत्म। जेल में बंद घोटाले का आरोपी भीम पटेल, सुबीर बसु एवं सुमन को शहर का कौन गैंगस्टर हत्या की धमकी दी। नेता टाइप शिकायतकर्ता भी घोटाले का आरोपी है । तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 18 जून 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] शहर का बहुचर्चित प्रधानमंत्री आवास घोटाला कांड में पुलिस सिर्फ शिकायतकर्ताओं से प्राप्त आवेदन पर ही कार्यवाही कर कुछ बाहरी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया और अभी भी गिरफ्तार का सिलसिला जारी है। परंतु सिविल लाइन पुलिस अभी तक यह पता लगा नहीं पाई आखिर पीएम आवास घोटाला है क्या ? अब हम आपको बता दें कि पीएम आवास घोटाले की शिकायत करने वाला कोई साधारण आदमी नहीं है बल्कि हमेशा से नेताओं के साथ रहने वाले और नेतागिरी करने वाले शिकायतकर्ता है। इन्हें सारी चीजें पता है। आवास घोटाले कांड के एक शिकायत कर्ता जो स्टेशन के तरफ रहते हैं उनके खिलाफ सरकंडा थाने में कुछ व्यवसायियों ने पहले भी वसूली की शिकायत कर चुकी है। इन नेता टाइप शिकायत कर्ता को सारी चीजें पता है और क्या आपको लगता है कि यह कभी ठगी के शिकार हो सकते हैं ? इस कारण सिविल लाइन पुलिस को जब आवास घोटाले की शिकायत इन नेता टाइप आदमियों से मिलने लगी तो उसी समय शिकायतकर्ता को भी जांच की परिधि में लेनी चाहिए थी। बहुचर्चित आवास घोटाले कांड के जो रशीद मिले हैं वह सभी नगर निगम के ही हैं। और यह घोटाला निगम के इंजी सुरेश बरुआ के चेंबर से शुरू हुआ और स्वयं इंजी सुरेश बरूआ ने ही नेता टाइप इन शिकायत कर्ताओं को थाने में किस तरह शिकायत देनी है और क्या क्या बताना है इसकी ट्रेनिंग पहले से ही दे दी थी। बिलासपुर का बहुत चर्चित आवास घोटाला कांड में नगर निगम के कई मगरमच्छ फंसे हैं इसका प्रमाण यह है कि नेता टाइप शिकायतकर्ता अपने शिकायत में नामजद रिपोर्ट करवाया था पुलिस उसी आधार पर भीम पटेल, सुबीर बसु एवं सुमन रात्रे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। शहर का एक गैंगस्टर बेधड़क जेल के अंदर प्रवेश कर बारी बारी भीम पटेल, सुबीर बसु एवं सुमन के बैरक में जाकर धमकाया की आवास घोटाले में तुम लोग किसी भी नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारियों का नाम मत लेना नहीं तो तुम लोग को परेशानी हो जाएगी इस आवास घोटालों को दबाने के लिए हत्या भी हो सकती है। इन सब बातों से यह स्पष्ट हो गया कि बहु चर्चित आवास घोटाला कांड नगर निगम के इंजीनियर सुरेश बरुआ के चेंबर से शुरू हुआ और वही खत्म भी होगा। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )