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जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने मात्र दो माह की खुदाई में कटघोरा ब्लॉक में पाया अकूत लिथियम भंडार। इलेक्ट्रिक कार, एवं इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी में उपयोग होता है लिथियम। तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]

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बिलासपुर (09 मार्च 2023 )[ तपन गोस्वामी द्वारा ] मात्र दो माह की खुदाई में जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के वैज्ञानिकों ने कटघोरा ब्लॉक में आकूत बेशकीमती लिथियम का भंडार के होने की पुष्ट जानकारी कोरबा कलेक्टर संजीव झा ने दी है। इस कच्छे लिथियम की अनुमानित 59 लाख टन स्टॉक की संभावना है। कलेक्टर कोरबा ने यह भी जानकारी दी है कि कटघोरा के 19 गांव में लिथियम के स्टॉक होने के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं। कोरबा के कटघोरा ब्लॉक के नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 7 महेशपुर में यह लिथियम होने की जानकारी मिली है। जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के वैज्ञानिक विगत 2 माह से खुदाई में लगे थे। महेशपुर के अलावा रामपुर नवा गांव में चल रही खुदाई में भी लिथियम के भंडार मिले हैं। महेशपुर के एक तालाब के निकट 80 फीट की खुदाई में ही लिथियम के भंडार मिले हैं। इसी तरह रामपुर के निकट शासन द्वारा चिन्हित एक जलाशय के पास प्रचुर मात्रा में लिथियम मिले हैं। जिस तरह लिथियम मिलने का सिलसिला जारी है उसे देखते हुए जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम और अत्याधुनिक खुदाई की मशीन एवं अन्य उपकरण मंगवा लिए हैं। लिथियम का महत्वपूर्ण उपयोग ड्राई चार्जिंग बैटरी में एक कंपाउंड के रूप में किया जाता है। अभी लिथियम आयात किया जाता है। परंतु कोरबा के कटघोरा ब्लॉक में लिथियम की प्रचुर मात्रा को देखते हुए अब भारत अपने उपयोग के बाद लिथियम के निर्यात करने की स्थिति में आ जाएगी। आजकल लिथियम का उपयोग सभी प्रकार के इलेक्ट्रिकल व्हीकल के सेल में किया जाता है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )

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