डीएनए रिपोर्ट में उलझी है, आसमां सिटी निवासी वकील अंसारी के रहस्य मय मौत की कहानी। 11 दिसंबर 2022 को केशकाल की घाटी में मिली थी एक सड़ी गली लाश। घड़ी से पहचान की श्रीमती अकबरी खातून ने अपने पति वकील अंसारी की लाश। तपन गोस्वामी [editor-in-chief ]
बिलासपुर (16 मार्च 2023 [तपन गोस्वामी एवं शकील खान द्वारा ] सकरी थाना क्षेत्र के आसमा सिटी निवासी शहर के कई अपहरण एवं धोखाधड़ी की घटनाओं में शामिल कथित बिल्डर वकील अंसारी के अपहरण की घटना जितना रहस्यमय, उससे अधिक रहस्यमय है उसके मौत की सच्चाई ? 3 नवंबर 2022 को वकील अंसारी के अचानक लापता होने की रिपोर्ट उनकी पत्नी श्रीमती अकबरी खातून ने थाना सकरी में की। पुलिस की खोज बीन जारी थी। इस बीच सकरी पुलिस को यह जानकारी मिली कि लापता वकील अंसारी अंबिकापुर के एक होटल में एक महिला के साथ देखी गई। होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज में महिला अपना चेहरा पूरी तरह से ढांकी हुई थी। परंतु बाद में सकरी पुलिस उस संदिग्ध महिला की पहचान भिलाई की संतोषी वर्मा के रूप में की। कुछ दिन बाद अकील अंसारी की कार लावारिस हालत में सेंद री के पास पाई गई। जिसे सकरी पुलिस अपनी कस्टडी में लिया। परंतु तब तक पुलिस वकील अंसारी के लापता होने की वास्तविक स्टोरी नहीं निकाल पाई। सिर्फ पुलिस के पास यही जानकारी थी कि वकील अंसारी अपने एक पार्टनर 27 खोली निवासी बागरिया से मिलकर शहर के लोगों को मकान, जमीन, पेट्रोल पंप बनाकर देने के नाम से करोड़ों की ठगी की। कई पुलिस वाले भी इनके ठगी के शिकार हुए। 11 दिसंबर 2022 को केशकाल पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि केशकाल की घाटी में एक अज्ञात व्यक्ति की सड़ी गली लाश पड़ी है। केशकाल थाना प्रभारी विनोद साहू अपने स्टाफ एवं फॉरेंसिक टीम को लेकर पाए गए लाश के लोकेशन पर पहुंचे। पुलिस एवम फॉरेंसिक टीम की सभी प्रक्रिया पूरी हुई। डेड बॉडी के फोटो ग्राफ्स राज्य के सभी जिलों के पुलिस ग्रुप में चलाया गया। सकरी पुलिस के पास भी फोटोग्राफ्स पहुंची। वकील अंसारी के अचानक लापता होने से बिलासपुर पुलिस परेशान थी। सकरी पुलिस डेड बॉडी के फोटोग्राफ्स लापता वकील अंसारी की पत्नी अकबरी खातून को भी दिखाया गया। तो श्रीमती खातून ने हाथ घड़ी को देखकर बताई की यह लाश उनके पति की ही है। इसके पश्चात सकरी पुलिस भिलाई सेक्टर 3 से हेमंत साहू, उनकी पत्नी संतोषी वर्मा, गणेश यादव को वकील अंसारी की हत्या के प्रकरण में गिरफ्तार किया। परंतु केशकाल थाना प्रभारी विनोद साहू को प्रकरण के संबंध में कुछ शक था। इस कारण उन्होंने डेड बॉडी का डी एन ए सैंपलिंग करवा कर उसे लैब में भेजा। परंतु अभी तक रिपोर्ट नहीं आई। सिर्फ घड़ी से किसी मृत व्यक्ति की पहचान का आधार नहीं बन सकता। परंतु डीएनए रिपोर्ट जब तक नहीं आ जाती तब तक निश्चित रूप से यह नहीं कह सकते की केशकाल की घाटी में पाई जाने वाली डेड बॉडी वकील अंसारी की ही है ? (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )