जरहा भाटा के ऐशले बंगलो की खरीद बिक्री रच रही है खूनी संघर्ष की कहानी। बनवारी लाल के दोनों नाती कृष्ण कुमार अग्रवाल एवं सुशील कुमार अग्रवाल है आमने-सामने। कहीं खरीद बिक्री फर्जी तो नहीं? तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]
1 min read- बिलासपुर (19 जनवरी 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] जरहा भाटा का बहु चर्चित ऐशले बंगलो दिनांक 27 अप्रैल 2022 के सुबह का समय दलबल के साथ सरकंडा के कृष्ण कुमार अग्रवाल नामक एक व्यक्ति ऐशले बंगलो पहुंचा। साथ में बुल्डोजर , पोकलेन मशीन एवं भारी पुलिस बल। ऐशले बंगलो में प्रवेश करने के साथ ही बंगलो के अंदर रह रहे क्रिश्चियन परिवार को अभिलंब खाली करने के लिए दबाव दिया गया। पूरा माहौल तनावपूर्ण एवं भयावह कर देने वाला था। कहते हैं कि कृष्ण कुमार अग्रवाल पुराने तेंदु पत्ता व्यापारी बनवारी लाल अग्रवाल के नाती है। अंग्रेजों के काल में बनवारी लाल अग्रवाल को राय साहब की उपाधि मिली थी। कृष्ण कुमार अग्रवाल हाई कोर्ट का एक नोटिश ऐशले बंगलो में रहने वाले क्रिश्चियन परिवार को दिखाया। जिसमें प्रथम अपील क्रमांक 24/1993 के तहत सरकंडा निवासी कृष्ण कुमार अग्रवाल बिलासपुर को जरहा भाटा स्थित ऐशले बंगलो एवं बंगलो से लगे संपूर्ण जमीन एवं आधिपत्य प्रदान करने की जानकारी दी। कृष्ण कुमार अग्रवाल पूरे ऐशले बंगलो को खाली करवा कर अंदर के बंगलो को बुल्डोजर से पूरी तरह गिराकर पोकलैंड से जमीन समानांतर करने का काम शुरू किया। इसके बाद कृष्ण कुमार अग्रवाल कि कु दृष्टि ऐशले बंगलो के बाहर लगे गरीब ठेले वालों पर पड़ी। और इन ठेलो को गुंडो से खाली करवाने का प्रयास किया परंतु इन गरीब ठेले वालों की एकता एवं नगर निगम के एक्शन से कृष्ण कुमार अग्रवाल एवं उसके गुंडे भाग गए। अब ऐशले बंगलो की खरीद बिक्री को बनवारी लाल अग्रवाल के दूसरा नाती एवं कृष्ण कुमार अग्रवाल का भाई सुशील कुमार अग्रवाल ने पूरी तरह फर्जी ठहराते हुए दैनिक समाचार पत्रों में नोटिस जारी किया। सुशील कुमार अग्रवाल ने हमारे जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क को बताया कि जरहा भाटा के ऐशले बंगलो का प्लाट नंबर 85/3, नजूल सीट नंबर 04, रकवा 39,400 की फर्जी खरीद बिक्री कृष्ण कुमार अग्रवाल ने किया। इस फर्जी खरीद बिक्री के खिलाफ कृष्ण कुमार अग्रवाल ने अदालत का दरवाजा खटखटाया है। अभी ऐशले बंगलो के अंदर कृष्ण कुमार अग्रवाल के सिक्योरिटी गार्ड का एक पूरा अमला रह रहा है। दोनों भाइयों में प्रतिदिन विवाद की स्थिति निर्मित होती है। कई करोड़ के ऐशले बंगलो की बेस कीमती जमीन में काफी। सरकारी जमीन भी फंसी है। दोनों भाइयों के मध्य विवाद की स्थिति खूनी संघर्ष में परिवर्तित न हो जाए इस बात पर पुलिस प्रशासन का ध्यान बनाए रखने की जरूरत है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )