*बिलासपुर के कोचिंग सेंटरों की असलियत। आवारा गर्दी, प्यार मोहब्बत, मर्डर और सुसाइड के अलावा कुछ नहीं। दिल्ली आईएएस अकैडमी, अचार्य इंस्टीट्यूट एवं अन्य कोचिंग छात्र-छात्राओं के साथ कर रही है ठगी। पुलिस जांच जरूरी : तपन गोस्वामी [Editer In Chief]*
बिलासपुर ( 31 जुलाई 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की घटना और तीएफन बच्चों की मौत के बाद बिलासपुर जिला प्रशासन भी एक्शन में आई। शहर के सभी कोचिंग सेंटर प्रशासन के टार्गेट में है। प्रशासन की जो जांच होगी वह तो एक अलग मुद्दा है परंतु सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शहर में कुकुरमुत्ते की तरह एकाएक कोचिंग सेंटर क्यों खुलने लग गए? स्कूल छोड़कर छात्र-छात्राएं इन अनजान फर्जी कोचिंग सेंटरों में क्यों एडमिशन ले रहे हैं? यह भी एक जांच का विषय है। परंतु इसका एक महत्वपूर्ण कारण कोचिंग सेंटरों का आकर्षक विज्ञापन, और सेंटरों का तामझाम। कोई कलेक्टर कोई एसपी कोई डॉक्टर कोई इंजीनियर बनने की चाह में इन कोचिंग सेंटरों के जाल में फंस जाते हैं। तब यह छात्र छात्राएं न तो घर के रहते हैं और नहीं घाट के। बिलासपुर के कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले कई छात्र छात्राएं प्यार मोहब्बत में पढ़कर जान गवा चुके हैं। भिलाई से बिलासपुर आकर पटेल ट्यूटोरियल में कोचिंग कर रही छात्रा प्रियंका सिंह पैसों की लालच में अपनी जान गवां बैठी थी। प्रियंका सिंह की हत्या करने वाले आशीष साहू बिलासपुर सेंट्रल जेल में आजीवन सजा का इंतजार कर रहा है। इसी तरह 6 जून 2023 को अंबिकापुर से बिलासपुर के दिल्ली आईएएस अकैडमी में कोचिंग ले रहे यश साहू की हत्या कर उसकी लाश सिरगिट्टी के एंट्री पॉइंट पेट्रोल पंप के पास फेंक दिया गया था। यश साहू वही अध्यनरत एक छात्रा के ट्रायंगल लव में फंस गया था। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 6 जून 2023 को यश साहू का मर्डर के पहले अपहरण कोचिंग क्लास चलने के दौरान केंद्र से ही किया था। दिल्ली आईएएस कोचिंग सेंटर के कर्ताधर्ता छात्र-छात्राओं को आई ए एस बनाने का झांसा देकर छात्र-छात्राओं के परिजनों के साथ कर रहा है ठगी। इधर राजेंद्र नगर चौक में भी एक कोचिंग केंद्र खुला है जिसका नाम अचार्य इंस्टीट्यूट है। छोटे से जगह पर छात्र-छात्राओं को ठूंस ठूंस कर बैठाया जा रहा है। कोचिंग छूटने पर पूरा रास्ता जाम रहता है। सेंटर के बाहर स्टूडेंटों की आवारा गर्दी भी भरपूर दिखती है। इन कोचिंग सेंटर में फायर फाइटिंग की कोई सुविधा नहीं है। यदि कोई अग्निकांड की घटना हो जाए तो छात्रों को निकलना मुश्किल हो जाएगा। अब समय आ गया है जब प्रशासन इन कोचिंग सेंटरो प्रशासनिक कार्रवाई करें। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)