*सीबीआई के फ्रेम में उतर गई है पीएससी 2019 से 2022 तक का महा भर्ती घोटाला। रायपुर के एक हाई प्रोफाइल महिला की चल रही है निगरानी। जल्द गिरफ्तार होंगे टामन सिंह सोनवानी और चार अन्य। बिलासपुर के एक चर्चित कोचिंग सेंटर के साथ ही राजेंद्र शुक्ल के खासम खास पर है सीबीआई की जासूसी नजर : तपन गोस्वामी [ Editer in Chief]*
1 min readबिलासपुर (08 अगस्त 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा ] छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाले की जांच कर रही सीबीआई को 2022 के घोटालो के जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। परंतु जांच की परिधि अपने आप बढ़कर अब सन 2019 में जा पहुंची है। सीबीआई को अब पीएससी घोटाला 2019 से 2022 तक सिलेक्ट हुए और अफसर बनकर रौब झाड़ रहे कई फर्जी डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी एवं अन्य फर्जी प्रशासनिक अधिकारियों के फर्जी वाढे के सबूत मिलते जा रहे है। और इस फर्जी वाढे का ब्रांड एंबेसडर पीएससी का पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी ही निकला। सीबीआई के प्रारंभिक जांच में जो तथ्य सामने आए हैं उसके इन्वेस्टिगेशन के फ्रेम में सभी जानकारियां 100% सही निकल रही है। हाल यह है कि अधिकारियों एवं नेताओं के कई साहबजादे एवं रिश्तेदार सीबीआई की एंट्री के बाद से ही फरार है। प्रशासन में अपना सिक्का चलाने पीएससी के पूर्व अध्यक्ष सोनवानी के रायपुर के हुस्न की जलवा बिखेरने वाली एक हाई प्रोफाइल महिला से बहुत ही अंतरंग संबंध थे। यह महिला सोनवानी के ऑफिस चेंबर में बिना किसी अपॉइंटमेंट लिए बेधड़क आती जाती रहती थी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कम समय में ही अपनी जलवा बिखेरने वाली यह हाई प्रोफाइल महिला करोड़ों की संपत्ति की मालकिन बन गई। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम को यह भी जानकारी है कि यह हाई प्रोफाइल महिला कई बार बिलासपुर आ चुकी है। कभी छत्तीसगढ़ भवन में तो कभी कीमती होटलो में रुकती थी। यह महिला सोनवानी के कलेक्शन एजेंट के रूप में काम कर रही थी। सीबीआई इस एंगल पर भी इन्वेस्टिगेशन कर रही है। जांच एजेंसी को कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ल के एक खासम खास पर भी नजर है। इसके साथ ही कुछ दिन पहले राजेंद्र शुक्ला के बैंक खाते में 17 से 18 लाख रुपए ट्रांसफर हुए हैं जांच एजेंसी इस बात का पता लग रही है कि यह रकम कहां से आई है? वैसे सीबीआई के जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि बिलासपुर के कांग्रेस नेता के पुत्र स्वर्णिम शुक्ला का पीएससी में चयन फर्जी तरीके से हुआ है। अब इन लोगों पर करवाई निश्चित है। परंतु अभी भी सीबीआई टीम के कुछ सदस्य बिलासपुर में रहकर साइलेंटली इन्वेस्टिगेशन कर रहे हैं। जांच एजेंसी को शहर के एक चर्चित कोचिंग सेंटर के विषय में भी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। जांच एजेंसी इसके तह पहुंचना चाह रही है। दिल्ली की सीबीआई मुख्यालय से अतिरिक्त स्टाफ बुला लिए गए हैं जिसमें एडिशनल एसपी रैंक के कई महिला अधिकारी भी है। बहुत ही जल्द सीबीआई गिरफ्तारियां का सिलसिला शुरू करने वाली है। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )