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*छत्तीसगढ़ भवन की प्रशासनिक सर्जरी। एस डी एम पीयूष तिवारी फुल एक्शन में। नेताओं के चमचे, दो जेल से छूटे हुए हिस्ट्रीशीटर, कुछ सफेद पोश अय्याश छत्तीसगढ़ भवन का कर रहे थे दुरुपयोग : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*

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बिलासपुर (18 दिसंबर 2024) [तपन गोस्वामी द्वारा] शहर के अंदर स्थित छत्तीसगढ़ भवन में शराब खोरी एव अय्याशी की घटना कोई नई बात नहीं है। जब यहां पर पारुल माथुर पुलिस अधीक्षक के पद पर थी तब भी छत्तीसगढ़ भवन में शहर के छठे हुए हाई प्रोफाइल बदमाशों द्वारा उधम मचाने और रात भर दारु खोरी करने की शिकायत आई थी। तत्कालीन एसपी पारुल माथुर ने सिविल लाइन से पुलिस टीम वहां भेजी थी। परंतु पुलिस वहां पहुंचकर भी किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं कर पाई। क्योंकि वहां जो भी शराब खोरी एवं मुर्गा मटन का आनंद ले रहे थे वे सभी राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अपराधी थे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि छत्तीसगढ़ भवन में जो भी मंत्री आते हैं वे कुछ समय के लिए ही रुकते हैं। परंतु उनके कार्यकर्ता पूरे छत्तीसगढ़ भवन को अपने कब्जे में कर लेते है। उनका अधिक ध्यान छत्तीसगढ़ भवन के किचन रूम पर रहता है। मंत्री तो चले जाते हैं परंतु कुछ लोकल कार्यकर्ता अपने आप को मंत्री जी का खासम खास बता कर किचन में मुर्गा मटन बनाकर खाते है। और इस दौरान शराब खोरी भी चलती थी। अब बेचारे केयरटेकर क्या करें? क्योंकि उसे इन राजनीतिक कार्यकर्ताओं से संभाल कर रहना पड़ता है। यह कार्यकर्ता देर रात छत्तीसगढ़ भवन में रोक कर ही जाते हैं। परंतु छत्तीसगढ़ भवन में प्रतिदिन दारु खोरी करने वाला एक अलग गुट है। जिसमें किसी किसी को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। इन सब की पकड़ भी छत्तीसगढ़ भवन के किचन तक है। यह सभी लोकल है। इस ग्रुप में होटल कारोबारी, कुछ पेटी ठेकेदार, पूर्व के छात्र नेता एवं दो हिस्ट्री सीटर जो कि अभी-अभी जेल से छुटकार आए हैं। उसमें से एक चांटा पारा और एक सरकंडा का रहने वाला है। परंतु बीते शुक्रवार को जो छत्तीसगढ़ में घटना घटित हुई। उसमें चार तो पकड़े गए परंतु दो हिस्ट्री शीटर छत्तीसगढ़ भवन के लॉन पार्टी में उस दिन उपस्थित नहीं हुए थे। इस कारण वे बच गए। परंतु मामला प्रशासन के पास पहुंच गया। और त्वरित एक्शन लिया गया। इस संबंध में हमारी बातचीत एस डी एम पीयूष तिवारी से हुई तो उन्होंने बताया कि पिछले समय छत्तीसगढ़ भवन में जो भी होता था, जो भी अव्यवस्था व्याप्त था अब उसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी। अब प्रोटोकॉल के बिना छत्तीसगढ़ भवन में नो एंट्री। केयरटेकर को भी ऑन ऑथराइज्ड व्यक्तियों की सेवा सत्कार से दूर रहने के लिए कहा गया। एसडीएम पीयूष तिवारी ने उन वाहनों को भी वहां से हटा दिया जो कुछ रसूखदारों द्वारा छत्तीसगढ़ भवन को पार्किंग स्थल बने हुए थे। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)

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