*सिम्स के पूर्व डीन डॉ के.के. सहारे के पक्षपाती नीतियों से डह गया था सिम्स की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था। नए डीन डॉ रामनेश मूर्ति के हाथों संवर रहा है सिम्स। रेडियोलोजी विभाग में फटाफट टेस्ट एवं प्रोम्प्ट रिपोर्ट। लामा रजिस्टर पर है डीन की कड़ी नजर: तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]*
बिलासपुर (14 नवंबर 2024)[तपन गोस्वामी द्वारा] सिम्स के अव्यवस्थाओं, मरीजो के इलाज में लापरवाही, गंदी एवं घटिया राजनीति, महिला चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार, खरीदी में घोटाला, आयुष्मान योजना में बृहद घोटालों से शासन प्रशासन परेशान हो चुका था। बाध्य होकर हाईकोर्ट को संज्ञान लेना पड़ा था। परंतु हमारी जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क ने हमेशा से इस बात को आगाह किया था की सिम्स के पूर्व डीन डॉ के.के. सहारे ही वह शख्स है जो कि अपने षड्यंत्र कारी क्रियाकलापों से पूरे सिम्स की व्यवस्था को चौपट कर दिया था। भ्रष्टाचार तो इतना की खरीदी घोटाले के साथ मरीजो को दिए जाने वाले भोजन की थाली पर भी डॉ सहारे की टेढ़ी नजर पढ़ने लग गई थी। कलेक्टर अवनीश शरण लगातार सिम्स का दौरा कर रहे थे। परंतु अव्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार टार्गेट पर प्रहार नहीं कर पा रहे थे। परंतु स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल सिम्स का बिना दौरा किया ही वहां बैठे षड्यंत्र कारियो को आईडेंटिफाई कर ली। और हिंदी के हिट फिल्म के रियल हीरो की तरह सिम्स के प्रथम दौरे में ही डीन डॉ के.के. सहारे के साथ ही उनके एक खासम खास डॉक्टर को भी शासन द्वारा जारी अधिकृत सस्पेंशन लेटर थमाकर उन्हें चलता कर दिया। इसके बाद भी डॉ सहारे सिम्स की व्यवस्था को बिगाड़ने का बहुत प्रयास किया इसमें उन्होंने बाहरी असामाजिक तत्वों का भी सहयोग लिया परंतु इसका कुछ खास असर नहीं हुआ। और नए डीन डॉ रामनेश मूर्ति अपने सहयोगी चिकित्सकों एवं स्टाफ के साथ मिलकर व्यवस्था को संभाल लिया। आज हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने सिम्स सहित गांधी चौक स्थित सिटी डिस्पेंसरी का दौरा कर व्यवस्था का जायजा लिया। तो परिणाम काफी सुखद आए। सिम्स के डीन डॉ रामनेश मूर्ति मेडिकल कॉलेज भी नहीं थे क्योंकि वे कमिश्नर बिलासपुर द्वारा बुलाई गई एक विशेष बैठक में भाग लिए थे। परंतु वे लगातार सिम्स के व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग कर रहे थे। रेडियोलोजी विभाग भी पूरी तरह से चुस्त दुरुस्त दिखा। वहां बैठे कई मरीजों से हमने रेडियोलॉजी विभाग की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि एक्स-रे, सीटी स्कैन सहित अन्य टेस्ट भी फटाफट होने के साथ ही रिपोर्ट भी प्रोम्पट दिया जा रहा है जिससे मरीजों के इलाज शुरू करने में विलंब नहीं हो रहा है। हमने डिन के कमरे से लगे गब्बर फेम पूर्व डीन डॉ के.के. सहारे के कमरे का अवलोकन किया परंतु कमरे में ताला लगाकर गब्बर आउट हो गया था। इस अनुपस्थिति के लिए डॉ सहारे के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई जरूरी है। हमने गांधी चौक स्थित सिटी डिस्पेंसरी का भी दौरा किया तो वहां भी उच्चतम साफ सफाई एवं चाक चौबंद व्यवस्था पाया। मरीज आराम से बैठे थे वहां पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉ अमन मिश्रा समय से पहले ही आकर मरीजो का इलाज शुरू कर दिए थे। अब सिम्स में दलाली, लामा कराकर मरीज को दूसरे हॉस्पिटल ले जाना इन सब पर डॉ रामनेश मूर्ति की नजर है। और इस कारण लामा रजिस्टर अपने पास रखते हैं। (ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)