कालीचरण उर्फ अभिजीत हरिहर महाराज गिरफ्तारी प्रकरण : सी.सी.टी. एन.एस इंटेलिजेंस में छत्तीसगढ़ पुलिस अव्वल। ट्रेस्ड मो:नंबर में होटल सिद्धार्थ का लोकेशन आया: तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर (31दिसंबर2021)[ तपन गोस्वामी द्वारा ] पिछले कुछ दिनों से राज्य में कालीचरण उर्फ अभिजीत हरिहर महाराज का मुद्दा काफी गर्माया। उन्होंने धार्मिक आयोजन में क्या कहा उसके बाद राज्य में क्या प्रतिक्रिया हुई इस पॉलिटिक्स में हम नहीं पढ़ते। हम सिर्फ छत्तीसगढ़ पुलिस की क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम[सी.सी.टी. एन.एस] की बात करते हैं जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक बार फिर बाजी मारी। पुलिस ने कालीचरण महाराज के माध्यम से खतरनाक अपराधियों को यह संदेश दे दिया कि जब हम एक साधारण आरोपी को कहीं से भी खोज लेते हैं तो वे खतरनाक अपराधी जो यहां से अपराध कर भागोगे और देश के किसी भी हिस्से में छिपे रहोगे तो हम तुम्हें खोज कर लाएंगे। कालीचरण महाराज का चार मोबाइल नंबर पर कमांड है। उनके खिलाफ रायपुर के टिकरापारा में एफ आई आर दर्ज होने के बाद उनके तीन मोबाइल नंबर बंद थे। पुलिस ने रायपुर में धर्म संसद आयोजित करने वाले से मिलकर वह नंबर निकाला जिसमें कालीचरण महाराज को आमंत्रण भेजा गया था। और वह नंबर चालू था। रायपुर पुलिस के सीसीटीएनएस सिस्टम में कालीचरण महाराज का उस नंबर को सर्विलांस में एक्टिव किया गया। वास्तव में यह नंबर कालीचरण महाराज के द्वितीय सचिव का था। पुलिस टीम अपने साथ क्रिमिनल ट्रैकिंग एक्सपर्ट को लेकर रवाना हो गई। ट्रैकिंग एक्सपर्ट अपने लैपटॉप में लोकेशन को चेक करते जा रहा था। लोकेशन एम पी का बता रहा था। खजुराहो के बाद लोकेशन बागेश्वर धाम के पास किसी होटल सिद्धार्थ का टावर कैच किया। ट्रेस मोबाइल नंबर का लोकेशन नों मूवमेंट बता रहा था जिससे पुलिस निश्चिंत हो गई। पुलिस टीम सीधे होटल सिद्धार्थ पहुंची वहां पता चला की कालीचरण महाराज के कुछ भक्त बागेश्वर धाम रेस्ट हाउस में रुके हैं। पुलिस एमपी निवासी भक्त बता कर उनसे मिलने की इच्छा प्रकट की। तो उन्होंने बताया कि कालीचरण महाराज अपने अन्य भक्तों के साथ बागेश्वर धाम से होटल पल्लवी शिफ्ट हो चुके हैं पुलिस वहां पहुंच कर उन्हें हिरासत में ली। पुलिस का यह ट्रैकिंग सीसीटीएनएस पर आधारित था। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )