पूर्व पीएम राजीव गांधी के लिए एक घंटे में बिलासपुर रायपुर रोड हुई थी क्लियर। बिलासपुर में पूर्व पीएम राजीव गांधी का हुआ था चुनावी सभा। यहीं से राजस्थान सीएम को हटाया गया था : तपन गोस्वामी ( एडिटर इन चीफ )
बिलासपुर (09 जनवरी 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] आज हम बात करेंगे पीएम सुरक्षा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण पल की जिसमें त्वरित समाधान तत्कालीन सीएम मध्य प्रदेश अर्जुन सिंह ने एक घंटे में कर दिखाया था। घटना 1985 की है उस समय राजीव गांधी पीएम थे। और अविभाजित मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी थी। और इसी चुनावी सभा में बिलासपुर विधानसभा के प्रत्याशी बी आर यादव का चुनाव प्रचार करने पीएम राजीव गांधी एवं सीएम अर्जुन सिंह स्टेट प्लेन से बिलासपुर पहुंचे थे। आम सभा का आयोजन व्यापार विहार में किया गया था। चकरभाटा एयरपोर्ट से सभा स्थल तक पहुंचने के लिए पीएम राजीव गांधी के लिए बुलेट प्रूफ एंबेसडर कार दिल्ली से एक हफ्ता पहले ही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से आ चुकी थी। उस समय इंटरनेट का युग नहीं था परंतु पीएम कहीं भी जाते थे उनके मंच के नीचे हॉट लाइन कनेक्शन के साथ फैक्स मशीन अटैच किया रहता था और यह हॉटलाइन सीधे पीएमओ से जुड़ा रहता था। बिलासपुर में पीएम राजीव गांधी का भाषण चल ही रहा था वे प्रत्याशी बी आर यादव का परिचय करा रहे थे इतने में फैक्स रूम से अंडर सेक्रेट्री मंच पर चढ़े और भाषण दे रहे पीएम के कान में कुछ कहे पीएम राजीव गांधी भाषण को बीच में ही रोक दिया और सीधे फैक्स रूम गए और करीब बीस मिनट बाद मंच में चढ़े और भाषण देने लगे सीएम अर्जुन सिंह जिज्ञासु दृष्टि से राजीव गांधी की तरफ देखा परंतु वह कुछ इशारा किए। इस तरह 25 मिनट का व्यवधान हो गया आप सबको मालूम है की पीएम के पल-पल के कार्यक्रम की मॉनिटरिंग साउथ ब्लॉक के एसपीजी एवं अटेच आईबी करती है। इधर फ्लाइट के पायलट की नजर एक बार अपनी घड़ी और दूसरी बार आसमान की तरफ जा रहा था उसे चिंता सता रही थी वह बिना विलंब किए सीधे मंच पर चढ़ा और सीएम अर्जुन सिंह से कहा की सर चकरभाटा एयरपोर्ट में फ्लाइट की नाइट एक्टिविटी नहीं है इस कारण हम टेक ऑफ नहीं कर सकते फरवरी का महीना था 5 बजे के बाद अंधेरा छाने लगा था अर्जुन सिंह बिना वक्त गवाएं बिलासपुर आइबी कार्यालय के ज्वाइंट डायरेक्टर एसके सिन्हा एवं फील्ड ऑफिसर डीके सिंह को बिलासपुर से रायपुर माना एयरपोर्ट तक पूरी तरह रूट क्लियर करने के लिए कहा। सीएम अर्जुन सिंह ने पीएम राजीव गांधी के ड्राइवर से भी आइबी को बात करने के लिए कहा आपको शायद यह मालूम है की पीएम के व्हीकल ड्राइवर भी आइटीबीपी के जवान होते हैं। उधर आईवीके सिन्हा ने ड्राइवर से बात की ड्राइवर ने तुरंत साउथ ब्लॉक अपने अधिकारियों से बात की एक तो प्रधानमंत्री की सवारी बिलासपुर से रायपुर और दूसरा रात का वक्त और तीसरी महत्वपूर्ण बात वह थी कि यह नक्सली मूवमेंट का एरिया साउथ ब्लॉक वाले भी चिंतित हो गए और पीएम काफिले के साथ सीआरपीएफ के बीस जवान हथियारों से लैस कर पीएम के काफिले में शामिल कर दिए। शाम सात बजे के बाद पीएम राजीव गांधी का काफिला सबसे पहले आईबी कार रोड ओपनर व्हेकिल, दूसरी पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी, तीसरी एक डमी गाड़ी चौथी एसपीजी की गाड़ी पांचवी पीएम राजीव गांधी की गाड़ी उसके पीछे एंबुलेंस और उसको कवर करते सीआरपीएफ का हथियारबंद दस्ता रात को पीएम राजीव गांधी रायपुर पहुंचे वहां से विशेष विमान से दिल्ली। अब हम आपको बताएंगे कि वह दिल्ली से आई कौन सा मैसेज था जिसके कारण पीएम राजीव गांधी का पूरा कार्यक्रम लेट हो गया वह मैसेज था राजस्थान के मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर से संबंधित उस वक्त राजस्थान में कांग्रेस और राजमहल के बीच लड़ाई चल रही थी और यह लड़ाई खूनी संघर्ष का रूप ले रहा था इस कारण राजीव गांधी मंच से उतरकर सीधे फैक्स रूम गए और वहां वहां से पीएमओ को आदेश दिया कि मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर अपने पद से हटे। यह अति महत्वपूर्ण राजनीतिक निर्देश बिलासपुर से ही जारी किया गया था। इधर पीएम राजीव गांधी रायपुर रवाना हुए और ठीक 7 बजकर10 मिनट के राष्ट्रीय समाचार में शिवचरण माथुर के पद से हटाने के समाचार आने लग गए। मैं यह रिपोर्टिंग इसलिए भी कि कि कुछ दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी के काफिले के मूवमेंट में व्यवधान आया था हम आपको बता दें कि आईबी का संबंध सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से होता है भारतवर्ष के हर जिले में इनके ज्वाइंट डायरेक्टर कि ऑफिस रहती है और इनके स्टाफ की गतिविधि पूरे जिले में होती है इन्हें जिले के चप्पे-चप्पे के विषय में पता रहता है इस कारण पीएम के काफिले मे रोड ओपनर आईवी के व्हेकिल को माना जाता है परंतु उस दिन पीएम नरेंद्र मोदी के काफिले के आगे आई बी का रोड ओपनर यूनिट नहीं था। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )