सरकंडा पुलिस की घोर लापरवाही। लुटेरी दुल्हन आशा का गिरोह मार्च 2016 में ही पकड़ा जाता। आशा शर्मा को सरकंडा थाना लाया गया था: तपन गोस्वामी ( एडिटर इन चीफ )
बिलासपुर (09 जनवरी2022)[ तपन गोस्वामी द्वारा ] आज सरकंडा पुलिस जिस लुटेरी दुल्हन गैंग को पकड़ने के लिए लाखों रुपए खर्च कर नीमच टू सागर कबड्डी खेलने गई और मुख्य आरोपी आशा शर्मा को गिरफ्तार कर नहीं ला पाई यह अन्वेषण की बहुत बड़ी चूक मानी जाएगी। एक बात हम आपको और बता दे की इस ठगी कांड में सिर्फ आशा शर्मा ही मेजर क्रिमिनल है उनके दो लड़के के अकाउंट में यहां से कोई अमाउंट ट्रांसफर नहीं हुआ इन पर सिर्फ मुंशी लाल जी का कार ले जाने का आरोप है और यह कार मुंशी लाल जी खुद आशीष को दिए थे इस कारण इनके ऊपर सिर्फ अमानत में खयानत का आरोप ही लगेगा। लेडी ठग आशा शर्मा को कोटा पुलिस पूरे प्लानिंग के साथ गिरफ्तार की क्योंकि वहां रिपोर्ट दर्ज है कोटा पुलिस चाहती तो दोनों लड़कों को गिरफ्तार करती। और कोटा पुलिस वही क्रेडिट ले गई जो कि छह साल पहले सरकंडा पुलिस को मिलती। वह कैसे आज हम आपको बता रहे हैं एसईसीएल के रिटायर्ड कर्मी मुंशीलाल को जब आशा शर्मा की गतिविधियों पर संदेह हुआ तो उन्होंने शहर के एक क्राइम एक्सपर्ट से मिलकर अपनी समस्या बताई। क्राइम एक्सपर्ट श्री मुंशीलाल से मिलकर आशा शर्मा का डिटेल लिया और उसके बताए पते पते पर सागर गए परंतु आश्चर्य की बात यह थी कि वह पता ही गलत निकला। क्राइम एक्सपर्ट ने आशा शर्मा के दीए पते के आसपास पोस्ट ऑफिस खोजा तो मंडी बामोरा पोस्ट ऑफिस मिला और आशा शर्मा के दीए पते का कंफर्म किया क्राइम एक्सपर्ट ने उस पोस्टमैन को अपने विश्वास में लेकर आशा शर्मा की सारी जानकारी निकाल ली और वर्तमान में वह कहां रहती है यह भी पता चल गया। अब लुटेरी गैंग के बॉस का असलियत पता चल गया। क्राइम एक्सपर्ट बिलासपुर आकर श्री पस्तारेया जी को मैडम की सारी असलियत बता दी और यह भी बता दी कि वह ग्वालियर फोर्ट में जिस करोड़ों रुपए की जमीन बताकर लोगों से ठगी कर रही है वह जमीन भी सरकारी है। अब ठग क्वीन आशा शर्मा को बिलासपुर लाने की बात थी तो इसमें एक प्लानिंग किया गया प्लानिंग यह था कि एनटीपीसी सीपत में एक जमीन आशा शर्मा के नाम करना है करके उसे बुलाएंगे और बीच में सरकंडा थाने में उसे गिरफ्तार करवा देंगे। प्लानिंग के अनुसार पस्तरेया जी मैडम को लालच देकर यहां बुला लिया और कार में बैठकर जमीन दिखाने के बहाने सीपत रवाना हो गया प्लानिंग के अनुसार थाने के पास कार खराब होनी थी और ड्राइवर थाने जाकर टी आई को कहेगा कि सर गाड़ी में आशा शर्मा बैठी है उन्हें गिरफ्तार कर ले। परंतु तत्कालीन टीआई सरकंडा बात में ध्यान नहीं दिया। पस्तरेया जीके रिश्तेदार भी टीआई को काफी अनुरोध किया परंतु वे ठग की रानी आशा शर्मा को गिरफ्तार नहीं की। उस समय यदि सरकंडा पुलिस मैडम को गिरफ्तार करती तो इन्हें क्रेडिट मिलता और देश के अन्य हिस्सों में ठगी नहीं करती। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर [स्पाई आई] न्यूज़ नेटवर्क)