पुलिस डीबीबीएल गन एवं शॉट गन का वेरिफिकेशन करें। शहर के कई सिक्योरिटी एजेंसी के गार्ड के पास है फर्जी गन लाइसेंस। विश्वविद्यालय एवं कई बैंकों के निजी गार्ड के गन लाइसेंस की जांच जरूरी : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर (03 फरवरी 2022)[ तपन गोस्वामी द्वारा ] फोटोग्राफ् एक सुरक्षा गार्ड की है जोकि बिलासपुर के एक सरकारी बैंक में ड्यूटी रत है। इन्होंने जो गन रखी है वह 12 बोर के डबल बैरल डबल मैगजीन विंचेस्टर मॉडल पंप एक्शन गन है। फायरिंग के पहले पंप एक्शन करना पड़ता है। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने जो जानकारी जुटाई है उसके अनुसार यह सिक्योरिटी स्टाफ जो गन रखा है उसका इस्तेमाल अवैध रूप से किया जा रहा है। बिलासपुर की एक सिक्योरिटी एजेंसी ने एक सरकारी बैंक के सुरक्षा का काम लिया है। और यह स्टाफ वही तैनात है इसके साथ ही गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी एवं कई बैंकों में तैनात गनमैन सिक्योरिटी स्टाफ इसी तरह की गन रखे हुए है। इस गन के लाइसेंस के विषय में किसी को पता नहीं है। सिक्योरिटी एजेंसी के प्रोपराइटर का कहना है कि उनके गनमैन यूपी एवं बिहार से गन के साथ ड्यूटी करने यहां आते हैं। परंतु नियमानुसार बाहर से आने वाले गन के कागजात एवं गन का फिजिकल वेरीफिकेशन एवं छत्तीसगढ़ राज्य में इस गन की वैधता के संबंध में जब तक कलेक्ट्रेट के शस्त्र शाखा एवं पुलिस विभाग से एनओसी न मिल जाए तब तक यह गन अवैध है। परंतु बिलासपुर में इस तरह गन की भरमार है। अभी शहर में कुछ बाउंसर भी गन रखने लगे हैं परंतु इनकी जानकारी भी पुलिस के पास नहीं है। परंतु शहर में बढ़ते अपराधों एवं गन शॉट इंजुरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सिक्योरिटी स्टाफ एवं बाउंसरों के पास रखें गनो की भी जांच जरूरी हो गया है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )