जैन धर्म का अपमान। सरकंडा जैन धर्मशाला बना फर्जी कागजात पर। ठग बाज पी के पंचायती,भूपेंद्र चंदेरिया, संध्या एवम् पटवारी बाकरे का मिशन फर्जीवाड़ा। सरकंडा चटर्जी गली प. ह.न.32 खसरा न.1125/66 रकवा 0.015 है फर्जी: तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर (14 फरवरी 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] निगम के ठग बाज अधिकारी पी के पंचायती, जैन समाज के भूपेंद्र चंदेरिया, श्रीमती संध्या एवं सरकंडा पटवारी बाकरे ने मिलकर पूरे जैन समाज को कलंकित कर दिया। सरकंडा के चटर्जी गली में जो नवनिर्मित जैन धर्मशाला बना है उसके पूरे कागजात फर्जी है। श्रीमती संध्या अपने पति स्वपन कुमार के मृत्यु के बाद सरकंडा चटर्जी गली के एक बिना दस्तावेज के मकान को फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचने की प्लानिंग की। और इसमें निगम अधिकारी पीके पंचायती सरकंडा पटवारी बाकरे की महत्वपूर्ण भूमिका रही। श्रीमती संध्या ने एक फर्जी खरीददार भूपेंद्र चंदेरिया को खड़ा किया। पटवारी बाकरे सरकंडा चटर्जी गली के उक्त बिना कागजात के मकान का फर्जी दस्तावेज बनाया जो कि प. ह.न.32 खसरा न.1125/66 रकवा 0.015/ स्वपन कुमार के नाम चढ़ाया। और इसे फर्जी खरीददार भूपेंद्र चंदेरिया को 33 लाख 20 हजार में बेच दिया। अब काम निगम के ठग राज अधिकारी पीके पंचायती का था। पीके पंचायती अपने समाज जैन समाज के धर्मशाला निर्माण में सक्रिय हुए एवं जमीन के कागजात का बिना सत्यापन कराए निगम के नक्शा शाखा में दबाव डालकर नक्शा पास करवाया। सरकंडा चटर्जी गली जैसे सकरी गली में भव्य जैन धर्मशाला बन गया। हमारे न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने इस संबंध में तहसील एवं कलेक्ट्रेट के नजूल शाखा से जो अधिकृत दस्तावेज निकालें उसमें कहीं भी स्वपन कुमार का नाम नहीं है। इस नाम को नए तरीके से जोड़ा गया। अभी उच्च स्तरीय शिकायत की तैयारी है और इसके खुलासे के बाद ठगबाज पीके पंचायत एंड कंपनी को जेल जाने से कोई नहीं बचा सकता। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )