जिले के पुलिस सुप्रीमो श्रीमती माथुर है एक्शन में। अवैध हथियारों की हो रही है पता साजी। बैलेस्टिक एवं आर्म्स रिकवरी टीम की जरूरत। शहर में .315 बोर कट्टे एवम् NHV चाकुओं की है भरमार: तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर (17 फरवरी 2022 )[ तपन गोस्वामी द्वारा] सन् 2021 से2022 के जनवरी एवं फरवरी माह में शहर में अचानक अपराधों की बाढ़ से आ गई है। चोरी वगैरा की घटनाओं को छोड़ दें तो गंभीर अपराध की श्रेणी में आने वाले चाकूबाजी एवं कट्टे से लूटपाट डकैती एवं हत्या के घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है। चाकूबाजी घटनाओं में गंभीर रूप से घायल होने के साथ मृत्यु भी हुई है। इन घटनाओं में प्रयुक्त चाकू ऑनलाइन से मंगाए गए NHV पुश बटन चाकू है। दूसरी बड़ी घटनाएं देसी कट्टे से किए गए वारदात है। शहर के हर मोहल्ले से देसी कट्टे बरामद हो रहे हैं। जिसमें सबसे अधिक .315 बोर हैंडमेड गन है । सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि .315 बोर का कट्टा तीन से पांच हजार में और उसके कारतूस आसानी से मिल जाते हैं। बिलासपुर में देसी कट्टे रांची, औरंगाबाद, धनबाद, निरसा एवं चिरकुंडा के रास्ते आते हैं। शहर के कई इलाकों में देसी कट्टे से वारदात करने एवं कट्टा लहरा कर आतंक फैलाने की बात सामने आई है। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे कट्टे जप्त किए। परंतु पुलिस गंभीरता से यह पता लगाने का प्रयास नहीं करती की कट्टा उन्हें किससे मिला ? क्योंकि कट्टा चलाने वाला और कट्टा उपलब्ध कराने वाला दोनों आरोपी है। और चालान में यह स्पष्ट रूप से लिखना होता है की हत्या करने वाले एवं कट्टा लेकर आतंक फैलाने वाले को कट्टा कहां से मिला? परंतु पुलिस चालान में वह कॉलम खाली रखकर एक खतरनाक अपराधी को बचाता है। वैसे वर्तमान जिले के पुलिस सुप्रीमो श्रीमती पारुल माथुर शहर में बढ़ते अपराधों के मद्दे नजर हथियारों की बरामदगी के प्रति काफी गंभीर ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )