यूक्रेन में फर्जी डॉक्टर बनने गए ! कुबेरपती अधिकारियों के बच्चों ने सरकार की चिंता बढ़ाई। सिम्स से भी छोटा है यूक्रेन का मेडिकल कॉलेज: तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ]
बिलासपुर ( 24 फरवरी 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] यूक्रेन बॉर्डर वार परंतु परेशान छत्तीसगढ़ सरकार। कारण छ.ग. शासन के कई कुबेर पति अधिकारियों के बच्चे फर्जी डॉक्टर बनने यूक्रेन गए और वहां बॉर्डर वार में फस गए। अब छ.ग. सरकार की चिंता है कि वहां से कुबेर पति अधिकारियों के बच्चों को सुरक्षित भारत कैसे लाया जाए? अब हम आपको बता दे कि यह बच्चे भारत तो क्या छ.ग. के भी किसी एंट्रेंस परीक्षा में सफल नहीं हो पाते। परंतु इनके कुबेर पति अधिकारी पिता अपने असफल बच्चों किसी भी तरह डॉक्टर बनते देखना चाहते हैं। तो भ्रष्टाचार से कमाए करोड़ों रुपए यूक्रेनियम मेडिकल स्टोमेटॉलजिकल अकादमी में फीस भरकर डॉक्टर बनने के लिए यूक्रेन भेजते हैं। अब हम आपको बता दें कि यूक्रेन का यह मेडिकल कॉलेज बिलासपुर के सिम्स से भी छोटा है और मेडिकल उपकरणों के नाम से कबाड़ में खरीदे गए पुराने चाइना मेड उपकरण है। बिलासपुर के एक करोड़पति अधिकारी के बच्चे भी यूक्रेन के मेडिकल कॉलेज में है। कोविड-19 काल में वह बिलासपुर में था मैंने अधिकारी पुत्र से मेडिकल के प्रारंभिक पाठ्यक्रम एनाटॉमी फिजियोलॉजी एवं बायोकेमिस्ट्री के विषय में पूछा तो वह नहीं बता पाए। वही मैंने सिम्स के एम बी बी एस के तृतीय वर्ष के छात्र अनिमेष से पूछा तो वह धाराप्रवाह समझा दिया। इस कारण भारत सरकार यूक्रेन मेडिकल कॉलेज से निकलने वाले छात्रों को सरकारी नौकरी नहीं देते क्योंकि इनकी मान्यता ही नहीं है अब शासन इन्हें लाने में परेशान है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)