बिलासपुर ( 15 मार्च 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा] आपको यह अच्छी तरह से मालूम है कि पूरा सरकंडा, मोपका, चिल्हाटी, ट्रेफिक पार्क की पूरी सरकारी जमीन भू माफियाओं के गिरफ्त में आ चुकी है। प्रतिदिन इस जमीन को लेकर भू माफियाओं एवं उनके खिलाफ शिकायत करने वालों के मध्य हिंसा हो रहा है। भू माफियाओं द्वारा रात के अंधेरे में ऐसे ऐसे अपराधिक कृत्य को अंजाम दिया जा रहा है जो काफी गंभीर हैं। 12 मार्च देर रात को एक ऐसा व्यक्ति राजकिशोर नगर मोड़ पर वाहन दुर्घटना का शिकार हो गया जो कि पूर्व में मोपका के सरकारी जमीनों के अवैध खरीदी बिक्री की शिकायत एसडीएम कार्यालय में की थी। घायल आदमी को पता हो गया कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि उसके हत्या का प्रयास है और यह कारनामा उस क्षेत्र में रहने वाले एक खतरनाक भू माफिया की करतूत है। परंतु उक्त घायल व्यक्ति द्वारा डर के मारे पुलिस को शिकायत नहीं की और अभी वह घर में अपंग पड़ा है। भू माफियाओं के खिलाफ थाने में कुछ भी शिकायत होने पर इस चर्चित भू माफिया के चार आदमी थाना सरकंडा के सामने फील्डिंग लगा कर बैठते हैं और शिकायतकर्ता की पहचान कर उसे निपटाने की प्लानिंग करते हैं। मोपका सहित उस क्षेत्र की अरबों रुपए के जमीन धोखाधड़ी की शिकायत की जांच सरकंडा पुलिस द्वारा की जा रही है। और सरकंडा पुलिस को तीन तरफ से प्रेशर आ रहा है (1) भू माफियाओं को संरक्षण देने वाले राजनेताओं से(2) भू माफियाओं से एवम् (3) शिकायतकर्ता से। पुलिस का काम शिकायत के बाद जांच करना और जांच के बाद अपराधी पाए जाने वाले को गिरफ्तार करना और साथ ही शिकायतकर्ता को सुरक्षित करना भी है। भोंदू दास वाले प्रकरण में भी यही बात हुई। भोंदू दास को सब हल्के में ले रहे थे परंतु टीआई सरकंडा परिवेश तिवारी को लग गया था कि चिल्हाटी के सरकारी जमीन घोटाले में भोंदू दास आरोपी है परंतु भू माफियाओं को डर है कि कहीं भोंदू दास सरकारी गवाह न बन जाए और ऐसे में वह भू माफियाओं पर कहर बनकर टूटेगा। और इस तरह भू माफियाओं द्वारा भोंदू दास को शारीरिक नुकसान पहुंचाने की प्लानिंग बन गई थी। परंतु टीआई सरकंडा श्री तिवारी को इस बात की भनक लग गई थी और मौके की नजाकत को देखते हुए भोंदू दास को गिरफ्तार कर तुरंत जुडिशल कस्टडी में भेज कर उसे सुरक्षित कर दिया। अब टी आई श्री तिवारी भू माफियाओं के खिलाफ हार्ड एक्शन ले सकते हैं। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)