बिलासपुर ( 18 मार्च 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा] कोविड-19 के बाद होली का त्यौहार इसका असर शहर में 15 दिन पहले ही दिखने लग गया था। होली के उत्साह में बाजार में जबरदस्त खरीदी की गई। बाजार के अंदर एवं चौक चौराहे में भीड़ का यह आलम था की दुपहिया वाहन भी निकल नहीं पा रहे थे। पुलिस प्रशासन भी आम आदमी के उत्साह को बरकरार रखने और अपराधिक तत्वों द्वारा इस खुशी के त्यौहार को बदरंग ना कर पाए इस कारण एसएसपी श्रीमती पारुल माथुर ने भी पूरी तैयारी कर ली थी श्रीमती माथुर को इतने बड़े शहर बिलासपुर के साथ पूरे जिले की कानून व्यवस्था को कंट्रोल रखने कि जिम्मेदारी है। जो उन्होंने बखूबी निभाई। एसएसपी श्रीमती माथुर ने शहर और जिले के उन स्थलों को अच्छी तरह चिन्हाकित कर ली थी जहां उपद्रवी तत्व कानून व्यवस्था हमेशा से बिगड़ते आ रहे हैं। पुलिस द्वारा होली के पूर्व ही अपराधिक तत्वों की एक लिस्ट बना ली थी और होली से पहले ही उन्हें जेल में होली मनाने के लिए भेज दिया गया। बिलासपुर जिले के सभी थानों के टी आई थानों से संबंधित राजपत्रित अधिकारियों की बैठक आयोजित कर उन्हें प्रभावी निर्देश दे दिए गए थे। पुलिस के खुफिया तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया था एवं उनसे जो जानकारी मिली उसके आधार पर ही अपराधिक तत्वों की गिरफ्तारियां हुई। बीते माह में शहर में कई गंभीर अपराध हुए पार्टी पॉलिटिक्स ने आपसी सौहार्द बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। और ऐसी संभावना थी की यही तत्व शहर के माहौल को दूषित करेंगे। परंतु एस एस पी श्रीमती पारुल माथुर की बेहतर पुलिसिंग एवं टीम वर्क ने असामाजिक तत्वों के मंसूबे को ध्वस्त कर दिया। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )