बिलासपुर ( 23 मार्च 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा विशेष] पूरी दमखम एवं ईमानदार सोच के साथ पत्रकारिता करने वाले शहर का पत्रकार मुकेश मिश्रा अब हमारे बीच नहीं है। आज प्रातः ह्रदय गति रुक जाने के कारण उनका दुखद निधन जबड़ा पारा स्थित निवास में हो गया। मुकेश मिश्रा के पिता रिटायर्ड इनकम टैक्स स्टाफ है। और उन का छोटा भाई अधिवक्ता राकेश मिश्रा बीजेपी के लीगल सेल में है। मैं उस वक्त शहर के लोकल टीवी न्यूज़ चैनल सच का एडिटर था और लाल खदान में हुए एक हत्या केस की रिपोर्टिंग तैयार कर रहा था। मेरे सामने एक स्मार्ट युवक आकर खड़ा हुआ मैंने उन्हें बैठने के लिए कहकर यहां आने का कारण जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि मुझे सच न्यूज़ चैनल में काम करना है परंतु मेरे पास पत्रकारिता का कोई अनुभव नहीं है। मैंने उस युवक को बहुत ध्यान से देखा और महसूस किया कि इस युवक में आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं है। मैंने तुरंत एक कैमरामैन को बुलाया और कहा कि इनके साथ जाओ और एसईसीएल हेड ऑफिस में सीएमडी का प्रेस कॉन्फ्रेंस है उसे कवर कर लाओ। वह युवक भी मुझे ध्यान से देखने लगा और कैमरामैन के साथ निकल गया। शाम को न्यूज़ बनने से पहले वह युवक कैमरामैन के साथ लौट आया। मैं तुरंत कैमरा का ऑडियो वीडियो चेक किया सब चीज परफेक्ट थी और फिर मैंने उस युवक को बताया की आप वीडियो कैमरे के मिरर में देख कर सीएमडी साहब का वर्जन तैयार कर लो। युवक ने ऐसा ही किया मैंने उस युवक से ही उस इंटरव्यू का स्क्रिप्ट तैयार करवाया थोड़ी बहुत सुधार के बाद वह स्क्रिप्ट न्यूज़ रीडर के पास चला गया। रात हो गई थी वह जाने के लिए उठा तो मैंने उसे कहा कि स्टूडियो जाकर न्यूज़ देख लो तीसरा न्यूज़ उसका था और न्यूज़ रीडर् जब स्क्रिप्ट को पढ़ते हुए यह बताइ की एसईसीएल के सीएमडी ने इंटरव्यू के दौरान हमारे रिपोर्टर मुकेश मिश्रा को कोयला खदानों के विस्तार में किए गए उपायों की चर्चा की तो वह युवक स्टूडियो से दौड़ कर बाहर निकला और मुझे सैल्यूट करते हुए कहा कि सर आप मुझे हीरो बना दिए। उस समय टीवी चैनल सच काफी लोकप्रिय चैनल था और समाचारों को आम जनता काफी चाव के साथ देखती थी उसके बाद वह युवक पीछे मुड़कर नहीं देखा आपको अंदाजा हो गया होगा कि यही युवक मुकेश मिश्रा ही थे। उसके बाद मुकेश ने प्रिंट मीडिया ज्वाइन की और वर्तमान में पुनः इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में थे। इतनी कम उम्र में एक प्रतिभावान पत्रकार का हमारे बीच से चले जाना काफी दुखद अनुभूति है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)