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एसडीएम पुलक भट्टाचार्य जी तहसील के कामचोर बाबुओ पर कढ़ाई करें। फाइल को छुपाकर कर रहे हैं पैसों की मांग, आम आदमी एवं गरीब है परेशान : तपन गोस्वामी [एडिटर इन चीफ ]

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बिलासपुर (12 अप्रैल 2022 ) [तपन गोस्वामी द्वारा ] तहसील कार्यालय में एसडीएम से लेकर तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों का तबादला हुआ। प्रायः सभी अधिकारी नए परंतु अधिकारियों के साथ वह फैक्टर जो की आम जनता एवं गरीबों को कागजों में उलझा कर परेशान करने की एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करता है अर्थात वह है ऑफिस का बाबू बिलासपुर तहसील में किसी भी बाबू का ट्रांसफर नहीं हुआ वह लंबे समय से एक ही सीट पर जमे है। किसी भी बाबू का ट्रांसफर होता है तो कर्मचारी नेता टेंट लगा लेते हैं। कर्मचारी नेता एवं बाबू बहुत चालाक हो गए हैं उन्हें मालूम है कि अपनी मांगों के आगे शासन प्रशासन को किस तरह झुकाया जाता है। यहां आगामी वर्ष चुनावी वर्ष है इसीलिए सरकारी कर्मचारी नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों को यह मालूम होना चाहिए कि जो उनकी मांगे हैं वह सरकार अपने फंड से नहीं देती उसके लिए आम आदमी एवं गरीबों की मेहनत की कमाई से भी हिस्सा लेना पड़ता है। और सरकारी अधिकारियों एवम कर्मचारियों को जो लाखों रुपए प्रतिमाह वेतन मिलता है उसमें भी आम जनता एवं गरीबों की मेहनत की कमाई का अंश रहता है। प्रतिमाह लाखों रुपए वेतन परंतु मात्र 5 दिन काम और उसमें भी फुल काम चोरी। इसके बाद पुरानी पेंशन स्कीम लागू सभी में आम जनता का पैसा। परंतु इतना लाभ मिलने के बाद भी सरकारी कार्यालयों में इन अधिकारी एवं बाबुओं का काम देखिए तो एक बार दिल में आता है कि सरकार इन कामचोर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को क्यों झेल रही है? अब हम आपको बिलासपुर तहसील की बात बताएं सभी बाबू वही पुराना भू माफियाओं का दल बल के साथ तहसील पहुंचता है अधिकारी एवम बाबू इनके स्वागत सत्कार में लग जाते हैं भू माफियाओं द्वारा अधिकारी एवं बाबुओं को नाइट ऑफर भी दिया जाता है और इनका काम धड़ाधड़ हो जाता है शहर में आज जितने भी जमीनों का घोटाला सामने आया उसमें अधिकारियों के साथ साथ कर्मचारियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। सरकंडा का एक मोटरसाइकिल मैकेनिक प्रकाश विश्वकर्मा विगत 5 वर्षों से अपनी ही जमीन की लड़ाई लड़ रहा है तहसील के बाबू उसके फाइल को कहीं छुपा दिए हैं उसे खोजने के एवज में पैसों की डिमांड की जा रही है। प्रकाश विश्वकर्मा प्रतिदिन तहसील आता है और इस टेबल उस टेबल में भटकता दिखता है परंतु कोई निराकरण नहीं। पहले भी तहसील के कर्मचारियों द्वारा काम कराने के एवज में प्रकाश से काफी पैसा ले चुके हैं। आम जनता एवं गरीबों का अपने एसडीएम पुलक भट्टाचार्य जी पर बहुत विश्वास है और वे चाहते हैं कि तहसील के भ्रष्ट अधिकारियों एवं पैसों की लूट बचाने वाले कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़ कर उन्हें जेल की हवा खिलाए।[ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क ]

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