अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर छत्तीसगढ़ की पौष्टिक बोरे बासी की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर । नगर विधायक शैलेश पांडे कांग्रेस जनों के साथ लिया पौष्टिक बोरे बासी का आनंद : तपन गोस्वामी ( एडिटर इन चीफ )
बिलासपुर ( 1 मई 2022) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] हमारे छत्तीसगढ़ के कर्मवीरों का मान सम्मान पूरे देश में है। दिल्ली की फ्लाईओवर के निर्माण की बात हो या मुंबई के समुद्र पर बनी पब्लिक वे पुल या गाजियाबाद एनसीआर में निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा। सब जगह छत्तीसगढ़ के कर्मवीर अपना परचम लहरा रहे हैं। दूसरे राज्यों में हमारे छत्तीसगढ़ के कर्मवीर अपनी मेहनत एवं ईमानदारी से अपनी पहचान बनाए हैं। अन्य प्रांत के श्रमिक हमारे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ एवं सबल कर्म वीरों को देखकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं। क्योंकि छत्तीसगढ़ के कर्म वीर कड़ी धूप, घनघोर वर्षा एव कपकपाती ठंड में जम्मू कश्मीर जैसे जगहों पर मेहनत और ईमानदारी से राष्ट्र की नव निर्माण में लगे हैं। इतनी मेहनत के बाद भी हमारे छत्तीसगढ़ के कर्मवीर अस्वस्थ क्यों नहीं होते? आपको हम एक अनुसंधान के आधार पर बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में शहरी क्षेत्र के नागरिक की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक बहुत कम बीमार पड़ते हैं। इसका कारण छत्तीसगढ़ के कर्मवीरों का संयमित नियमित दैनंदिनी जीवन एवं प्रातः पौष्टिक बोरे बासी का सेवन । बोरे बासी के सेवन से जहां काफी पौष्टिकता प्राप्त होती है साथ ही विटामिन के सभी अवयवों के साथ ही भूख का अच्छी तरह से निदान होता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर छत्तीसगढ़ के पौष्टिक एवं पारंपरिक बोरे बासी को राष्ट्रीय पहचान देने का काम किया। नगर विधायक शैलेश पांडे, वरिष्ठ कांग्रेसी विजय केशरवानी, पार्षद रामा बघेल के साथ अनेक कांग्रेसियों ने पौष्टिक एवं पारंपरिक भोजन बोरे बासी का आनंद लिया। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )