सिविल लाइन पुलिस की गलत कार्यवाही ! असलम गैरेज के मालिक के खिलाफ एफ आई आर अवैधानिक। हिमांशु, ऐश्वर्या ताम्रकार, जय, विपिन एवं एक अन्य लैस थे घातक हथियारों से : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 2 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] कल यदि असलम गैरेज का मालिक सही समय पर अपने गैरेज से निकलकर हथियारबंद युवकों की लड़ाई शांत नहीं करवाता तो पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के निवास से कुछ दूर युवकों के दो गुटों की खूनी लड़ाई होने से कोई नहीं रोक सकता। क्योंकि सरकंडा लोधी पारा निवासी हिमांशु प्रजापति अपने कुछ दोस्तों के साथ कार में घूमने निकले थे तो रास्ते में ऐश्वर्या ताम्रकार, जय एवं विपिन से किसी मामले में विवाद हो गया और लड़ाई बढ़ते बढ़ते राजेंद्र नगर असलम गैरेज तक पहुंच गया। मामला बढ़ते देख असलम गैरेज का मालिक बाहर निकला और हथियार धारी युवकों से लड़ने मना किया और कहां कि अभी 112 को डायल कर पुलिस बुलवा रहा हूं। पुलिस का नाम सुनते युवकों की हालत खराब हो गई उन्हें पता था की पुलिस आएगी तो कार की चेकिंग होगी तो उसमें हथियार बरामद हो जाएंगे। और डर के मारे युवकों ने अपनी रणनीति चेंज कर दी और सिविल लाइन थाने में जाकर उल्टा असलम गैरेज के मालिक के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखवा दी। सिविल लाइन पुलिस बिना जांच किए असलम गैरेज के मालिक के खिलाफ भा. द.बी की 279, 34, 506 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया। जबकि युवक हिमांशु प्रजापति के कार में घातक हथियार थे। और ऐश्वर्या ताम्रकार एवं उसके दोस्त भी घातक हथियार हाथ में रखे थे। जिसकी पड़ताल सिविल लाइन पुलिस ने नहीं की। शहर में गुंडागर्दी चरम सीमा पर है और ऐसे में यदि कोई अमन पसंद व्यक्ति इन गुंडों को समझाएं परंतु उल्टा पुलिस इनके ही खिलाफ एफ आई आर दर्ज करें तो ऐसे में गुंडे बदमाशों का मनोबल बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )