बिलासपुर ( 4 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] आज कोयला खनन दिवस है । आज के ही दिन मानव जाति ने सीखा था कि धरती में गड़े अमूल्य ज्वलनशील पदार्थ कोयला कैसे निकाला जाता है। पहले तो हाथ से ही जमीन खोदकर कोयला निकाला जाता था। परंतु बाद में कुछ उपकरण आ गए इसके पश्चात सन् 1964 / 1966 के मध्य इस समय के एसईसीएल एवं उस समय निजी कोयला खदान कंपनी सिंगवीज कॉलरिज के मालिकों ने कोयला खोदने का अत्याधुनिक मशीन ड्रग लाइन का आयात अमेरिका से किया था उस समय इसकी कीमत 10 करोड़ रुपए थी। परंतु यह ड्रग लाइन 30 साल की चलने की क्षमता वाली मशीन थी। परंतु यह ड्रग लाइन 30 साल से काफी ऊपर जाकर जनता की सेवा कर रही है। विश्रामपुर किंग के नाम की यह ड्रग लाइन अब तक 394 क्यूबिक फिट मिट्टी हटाकर कोयला बाहर ला चुका है। परंतु अब यह ड्रग लाइन जर्जर हो चुका है। और इसके पार्ट्स भी नहीं मिल पा रहे हैं इस कारण एसईसीएल प्रबंधन बिश्रामपुर किंग ड्रग लाइन को कबाड़ में बेचने की तैयारी कर रहा है । ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )