तहसीलदार रमेश मोर से कोटवारीन प्रमिला मानिकपुरी का क्या है कनेक्शन ? निगम कर्मी फंस चुका है कोटवारीन के जाल में : अपनी जमीन बताकर प्रमिला मानिकपुरी कई बार कईयों से खा चुकी है पैसा : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 4 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा] तहसीलदार जैसे प्रतिष्ठित पद पर बैठा रमेश मोर कोटवारीन प्रमिला मानिकपुरी का प्रत्यक्ष एवं परोक्ष साथ देकर जमीन विवाद में घिरते चले जा रहे हैं। मोपका के सरकारी जमीन 993 / 1 (म ) के फर्जीवाड़े की शिकायत पूरे प्रमाण के साथ तहसीलदार रमेश मोर के टेबल में कई माह से पड़ा है। परंतु तहसीलदार श्री मोर उस फाइल की जांच को छोड़कर कोटवारी जमीनों पर अपना नजर गड़ाए हुए हैं। और फर्जीवाड़े में शामिल कोटवारीन को बचाने के लिए खुद उसे सिविल लाइन थाने भेज कर शिकायत करवा रहे है। अब विडंबना यह देखिए कि सिविल लाइन पुलिस किसी की शिकायत लेना तो दूर देखना पसंद नहीं करती। परंतु थाना सिविल लाइन यह जानते हुए कि कोटवारीन प्रमिला मानिकपुरी की शिकायत राजस्व से संबंधित है और जांच करने का अधिकार राजस्व विभाग को ही है। उसके बावजूद शिकायत ले लिया गया। हमारे न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने पतासाजी की तो ज्ञात हुआ कि सारा चक्र तहसीलदार रमेश मोर के यहां से ऑपरेट हो रहा है। कोटवारीन के जिस जमीन पर विवाद है उसे वह कई बार एग्रीमेंट कर बयाना ले चुकी है। परंतु हर बार रजिस्ट्री करने के लिए आनाकानी करती है। नगर निगम का एक कर्मचारी भी फंस चुका है प्रमिला मानिकपुरी के जालसाजी में । पटवारी हल्का नं 35 सरकंडा खसरा नं 658,1068,1074,1103/1, 1176 एवम् 1194 जमीन के इस विवाद पर अब खतरनाक भू माफियाओं की भी एंट्री हो चुकी है और सुबह शाम सिविल लाइन थाने के सामने फील्डिंग लगा रहे हैं जिससे मामला विस्फोटक बनता जा रहा है : ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )