पुलिस के शराब एवं गांजे के रेड में आरोपी सुरक्षित कैसे रहता ? आब. इंस्पेक्टर आनंद वर्मा अपराधिक प्रवृत्ति के ! 4 महिला स्टाफ परंतु रेड में एक भी नहीं जाती। छोटे लाल यादव का दो एमएलसी रिपोर्ट ! आनंद वर्मा ने की अंडर हैंड डीलिंग : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 18 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] आबकारी विभाग बिलासपुर में कल्पना राठौर, जया मेहर, नीलिमा एवं ऐश्वर्या मिंज 4 महिला स्टाफ है परंतु रेड के समय अपने आपको जेम्स बॉन्ड समझने वाले आब. इंस्पेक्टर आनंद वर्मा कहीं भी रेड मारने जाते हैं तो अपने साथ लेडिस स्टाफ को ले जाना पसंद नहीं करते। क्योंकि लेडीज स्टाफ साथ में रहने से आनंद वर्मा रेड स्थल पर महिलाओं से बदतमीजी नहीं कर पाएंगे। किसी टूट पुंजिये मुखबिर की सूचना पर जब 10 मई को इंस्पेक्टर आनंद वर्मा की टीम चिल्हाटी के छोटे लाल यादव के घर पहुंची तो आनंद वर्मा ने घर के महिलाओं से भरपूर बदतमीजी की। छोटे लाल यादव के घर अवैध शराब नहीं मिला तो आनंद वर्मा बौखला गया और एक गुंडे की तरह मारपीट शुरू की जिससे छोटे लाल यादव गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे सिम्स लाया गया परंतु उस वक्त जो डॉक्टर ड्यूटी में था उसने सही एमएलसी रिपोर्ट बना दी। मेडिकल भाषा में लिखी गई एमएलसी रिपोर्ट को आनंद वर्मा समझ नहीं पाए और एक परिचित डॉक्टर से उस एमएलसी रिपोर्ट को स्टडी करवाया तो उस डॉक्टर ने बताया कि इस रिपोर्ट के आधार पर तुम जेल पहुंच जाओगे। आनन-फानन में आनंद वर्मा ने डॉक्टर को काफी पैसे देकर एमएलसी रिपोर्ट चेंज करवाई । और छोटे लाल यादव को जेल दाखिल करवाया। जेल के डीआर रजिस्टर को अभी चेक किया जाए तो छोटे लाल यादव के शरीर में लगे चोट का उल्लेख अवश्य ही होगा। अब आप देखिए प्रतिदिन पुलिस रेड में काफी मात्रा में शराब एवं गांजे पकड़ती है परंतु पुलिस आरोपी के साथ ना तो मारपीट करती है और ना आरोपी घायल होता है परंतु आबकारी विभाग के आनंद वर्मा जैसे गुंडे टाइप इंस्पेक्टर के कारण मौत जैसे बड़े हादसे होने लगे हैं पुलिस घटना के दिन के एमएलसी रजिस्टर की जांच करें तो बहुत सारे राज ओपन हो जाएंगे। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )