कोटा के आस-पास के गांव में कोलकाता की फर्जी फाइनेंस कंपनी ( आरोहण रविशंकर ग्रुप ) गांव वालों को बनाया कंगाल । एसएसपी ( डीआईजी ) श्रीमती पारुल माथुर से होगी शिकायत । फाइनेंस कंपनी के गुंडों से प्रताड़ित ग्रामीण भगवंता 7 दिनों से लापता : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 21 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] कोलकाता की फर्जी फाइनेंस कंपनी ( आरोहन रवि शंकर ग्रुप ) माइक्रो फाइनेंस के नाम से कोटा एवं आसपास के ग्रामीणों को पूरी तरह कंगाल बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहा है। कोटा क्षेत्र के कई गांव में इस फर्जी फाइनेंस कंपनी के लोकल एजेंट सूटेड बूटेड होकर जाते हैं और यहां के भोले भाले ग्रामीणों को लोन देने के नाम से महिलाओं का ग्रुप तैयार करवाते हैं। और कागजातों में पचास हजार रुपए लोन स्वीकृति कर उनके खातों में 38 हजार रुपए डालते हैं इस तरह यह कंपनी 12 हजार रुपए प्रोसेसिंग फीस के नाम से खाताधारकों से लेते हैं। परंतु किस्त का कैलकुलेशन 50 हजार रुपए पर ही होता है। जिस दिन यह कंपनी पैसा डालती है उसी दिन से किस्त शुरू हो जाता है। किस्त वसूलने गांव में कंपनी के गुंडे भेजे जाते हैं। कभी-कभी एक माह में दो बार किस्त वसूलने आ जाते हैं। इस फाइनेंस कंपनी के गुंडों से प्रताड़ित होकर ग्राम नेवरा का एक युवक भगवंता विगत 7 दिन से लापता है। जिसका कि अभी तक कुछ अता पता नहीं चल पाया। पुलिस ने भगवंता के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली और कोटा थाना प्रभारी स्वयं इस प्रकरण को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। भगवंता के लापता होने के बाद भी आरोहण रविशंकर ग्रुप के गुंडे इनकी पत्नी राजकुमारी बाई को परेशान कर रहे हैं। यह गुंडे कभी भी आ धमकते है। और श्रीमती राजकुमारी से पैसों की मांग करते हैं। उक्त फर्जी फाइनेंस कंपनी के क्रियाकलापों की जांच हेतु भगवन्ता के परिजन बिलासपुर के संवेदनशील वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं डीआईजी श्रीमती पारुल माथुर से मिलेंगे । ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )