फायर ब्रांड नगर विधायक का अपमान बिलासपुर के जनता का अपमान है। प्रशासन राजनैतिक प्रोटोकॉल से बाहर निकल कर अपनी निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करें। पहले मंत्री विधायक गण उसके पश्चात मनोनीत सदस्यों के चेयर नाम पट्टिका लगाकर सुरक्षित करें । तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 22 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] भारी मतों से जितने वाले नगर विधायक शैलेश पांडे अपने ही कांग्रेस शासन में बार-बार क्यों उपेक्षित हो रहे हैं ? यह सवाल अब शहर की आम जनता भी करने लगी है। बिलासपुर की जनता अपने विधायक शैलेश पांडे को फायर ब्रांड विधायक के नाम से जानते हैं। शहर में कोई अपराधिक घटना हो, किसी के घर में कोई परेशानी हो या कोई समारोह या कार्यक्रम हो नगर विधायक शैलेश पांडे पहुंच जाते हैं। शैलेश पांडे की इस सक्रियता को देखकर बिलासपुर की जनता उन्हें अच्छे मार्क्स दे रही हैं। और जनता द्वारा दिए गए यह अच्छे मार्क्स कांग्रेस के खाते में जा रहा है और आगामी विधानसभा चुनाव में यही जनता का मत निश्चित तौर पर कॉन्ग्रेस को प्रचंड बहुमत से जिताएगी। और यही बात कांग्रेसियों को भी समझनी चाहिए। आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सिर्फ मुख्यमंत्री ही नहीं है बल्कि छत्तीसगढ़ के आम जनता के दिलों में रच बस गए है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना जिससे प्रदेश के गरीबों एवं आम आदमियों को काफी राहत मिलेगी ऐसे कार्यक्रम में नगर विधायक का अपमान यह दर्शाता है कि यह लड़ाई काफी लो लेवल की लड़ाई है। और नगर विधायक शैलेश पांडे को सम्मानीय जगह पर बैठने की व्यवस्था न कर पाना प्रशासन की घोर लापरवाही है। प्रोटोकॉल का हवाला देकर कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर आम जनता से नहीं मिलते। तो क्या प्रोटोकॉल सिर्फ कलेक्ट्रेट में ही लागू है? बिलासपुर में प्रशासन हमेशा से राजनैतिक मोहरा बन रही है। आगामी वर्ष चुनावी वर्ष इस बीच कई कार्यक्रम समारोह होंगे। प्रशासन इन कार्यक्रमों की बैठक व्यवस्था प्रोटोकॉल के आधार पर तय करें सबसे पहले मंत्री विधायकों की बैठक व्यवस्था उसके पश्चात मनोनीत सदस्यों के चेयर में नाम पट्टिका लगाकर पहले से ही सुरक्षित कर ले । ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )