पुलिस के फॉरेंसिक लैब के कुछ गैर जिम्मेदार स्टाफ फर्जी फॉरेंसिक एक्सपर्ट को दे रहे हैं बढ़ावा। यह फर्जी एफ एस एल एक्सपर्ट बन रहा है वसूली का तगड़ा माध्यम : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 29 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] शहर में इन दिनों एक सफेद रंग की फोर्ड कार घूमते नजर आएगी इस कार का नंबर CG_10 AX 6098 है। इस कार के सामने एक एक्स्ट्रा प्लेट लगा है जिसमें लिखा है FORENSIC EXPERT अर्थात विधि विज्ञान विशेषज्ञ से संबंधित है फॉरेंसिक एक्सपर्ट एक विशेषज्ञ पद है और इसे शासन मंजूर करती है। किसी विश्वविद्यालय में आधे अधूरे फॉरेंसिक उपाधि लेने वाले अपने आप को फॉरेंसिक एक्सपर्ट नहीं कह सकते। छत्तीसगढ़ के सबसे पुरानी एवं अनुभवी निजी फॉरेंसिक जानकार डॉ सुनंदा डेंगे भी अपने आप को फॉरेंसिक एक्सपर्ट नहीं कह सकती जबकि कोर्ट में उनके फॉरेंसिक ऑपिनियन निर्णय में शामिल किया जाता है। सफेद रंग के फोर्ड कार सीजी 10 AX 6098 में घूमने वाले फर्जी फॉरेंसिक एक्सपर्ट द्वारा अपना दबदबा बनाने के लिए कभी एसपी ऑफिस , कभी आईजी ऑफिस तो कभी थानों में एंट्री कर कुछ भी पूछताछ करते हैं पुलिस वाले इनके गाड़ी में लिखें फॉरेंसिक एक्सपर्ट को समझते हैं कि कोई सरकारी अधिकारी है और उन्हें सैल्यूट भी मारते हैं। हमारी न्यूज़ इन्वेस्टिगेशन टीम ने इस फर्जी फॉरेंसिक एक्सपर्ट के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की है। उसके अनुसार बिलासपुर पुलिस के फॉरेंसिक लैब के कुछ लापरवाह एवं वसूली बाज स्टाफ इस फर्जी फॉरेंसिक एक्सपर्ट को वसूली का माध्यम बनाया हुआ है। ये उन वकीलों से मुलाकात करते हैं जिन्हें बीमा दावा हेतु जल्द विसरा रिपोर्ट की जरूरत होती है यह फर्जी फॉरेंसिक एक्सपर्ट उन वकीलों से पैसे लेकर उनमें से कुछ हिस्से को काट कर अपने पास रख लेते हैं और बाकी बचे पैसे बिलासपुर पुलिस के फॉरेंसिक लैब के वसूली बाज स्टाफ को देते हैं जो इस तरह के रिपोर्ट बेचने का काम करते हैं। उसी तरह यह फर्जी फॉरेंसिक एक्सपर्ट एनडीपीएस, जप्त शराब एवं फिंगरप्रिंट के रिपोर्ट में भी हेरा फेरी कराने के लिए रुपयों की डीलिंग करता है। बिलासपुर पुलिस का असली फॉरेंसिक लैब का स्टाफ इस फर्जी फॉरेंसिक एक्सपर्ट को वसूली का माध्यम बनाया हुआ है। पुलिस जांच में इस फर्जी फॉरेंसिक एक्सपर्ट के विषय में और महत्वपूर्ण जानकारी आ सकती है। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )