सीपत की ब्लैकमेलर युवती सविता गिलोरी गैंग से रहे सतर्क डायल 112 टीम के जांबाज जवान। इस टीम के 2 जवानों को झूठे केस में पहुंचा चुकी है जेल। तोरबा थाने के डायल 112 की टीम ने जीता जनता का दिल : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
dबिलासपुर ( 30 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] 24 मई 2022 हमारी न्यूज़ टीम एक दुर्घटना के समाचार को कवरेज करने तोरवा पुल पर पहुंची तो पुल के एंट्री प्वाइंट पर डायल 112 की एक पेट्रोलिंग गाड़ी खड़ी थी। 2 जवान दो लड़कों को पकड़ कर खड़ा था एक स्कूटी में दो युवती और कुछ आम जनता। उत्सुकता बस हमारी कार कुछ दूर जाकर रुकी हम लोग उतर कर वहां पहुंचे और डायल 112 के जवान से कुछ पूछ ही रहे थे इतने में स्कूटी सवार दो कॉलेज की लड़कियां इन जवानों के लिए जो भी बताया वह जवानों के साथ ही पुलिस विभाग के लिए भी गर्व की बात है। कॉलेज के युवतियों ने बताया कि एसईसीएल की गेट के सामने से ही लगातार दो बाइक सवार लड़के इनका पीछा करते हुए फब्तियां कस रहे थे और उन्हें अपने साथ कहीं दूसरी जगह ले जाने की बात कह रहे थे। युवतियां परेशान थी परंतु उन्हें पुलिस की डायल 112 पर भरोसा था तो स्कूटी में पीछे बैठी लड़की तोरवा पुल पहुंचते-पहुंचते डायल 112 को फोन लगा लिया टीम ने लड़कियों का लोकेशन पूछा और लोकेशन मिलते ही थाना तोरवा के डायल 112 की टीम बहुत जल्द पहुंच गई और लड़कियों के निशानदेही पर पीछा करके उन दोनों बदमाश लड़कों को पकड़ लिया। हमारी न्यूज़ टीम डायल 112 के जवानों के इस बात की प्रशंसा करते हुए फोटो खींच कर समाचार लगाने की बात कही तो वे जवान हाथ जोड़कर कह दिया कि हमें फोटो नहीं हमें अपना कर्तव्य प्यारा है। और इन्हीं डायल 112 के जांबाज जवानों को सीपत की एक ब्लैकमेलर युवती सविता गिलोरी की गैंग टार्गेट बना रही है। इनका मॉड्स ऑपरेंडी यह है कि यह गैंग रात को अपनी किसी झूठी परेशानी बता कर डायल 112 को सुनसान जगह पर बुलाती है और फिर इन जवानों पर अपने जलवे बिखेर कर अपने जाल में फांसती है और पैसों की मांग करती है। और नहीं देने पर इनके खिलाफ रिपोर्ट लिखवा कर जेल पहुंचा देती है। थाना सरकंडा के डायल 112 के दो जवान ब्लैकमेलर युवती सविता गिलोरी के जाल में फस कर लाखों रुपए देने के बाद भी काफी समय जेल में रहकर अपनी पद एवं प्रतिष्ठा गवा चुके हैं। इस कारण डायल 112 के जवान सीपत की इस ब्लैकमेलर गैंग से अलर्ट रहें क्योंकि डायल 112 के कई जवान लड़की के जाल में फस चुके हैं परंतु विभागीय कार्रवाई एवं सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होने के डर से ये रिपोर्ट नहीं किए। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )