पाली टी आई अनिल पटेल की फर्जी कार्यवाही। पाली के युवा पत्रकार कमल महंत के कैरियर को खराब करने की सुनियोजित साजिश। गैर जमानती धारा 452 जैसे कोई घटना ही नहीं : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 1 मई 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] पाली के युवा पत्रकार एवं समाजसेवी कमल महंत के खिलाफ पाली पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही पूरी तरह से अवैधानिक है। युवा पत्रकार कमल महंत हमेशा से पुलिस के द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों को मीडिया के माध्यम से सामने लाते रहे। कई ऐसे गोपनीय प्रकरण जिसमें पुलिस को कोई क्लू नहीं मिल पा रही थी पत्रकार कमल महंत पूरी गोपनीयता बनाते हुए पुलिस को सहयोग किए जिससे असामाजिक तत्व पकड़े गए। अपनी स्पष्ट बादिता के लिए जाने जाने वाले युवा पत्रकार कमल महंत गलत प्रकरण में किसी भी प्रकार का समझौते करने के पक्ष में नहीं रहते । और इस तरह पुलिस से विवाद होना आम बात है और वर्तमान प्रकरण भी वही है पत्रकार कमल के घर के सामने पड़ोसी ने बालू रखकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया जिससे गाड़ियां निकालने में काफी परेशानी हो रही थी पड़ोसी समझने के बजाय कमल से अनावश्यक विवाद करने लगे । और थाने जाकर पत्रकार कमल महंत के खिलाफ झूठी शिकायत कर दी। मामला काफी सामान्य है परंतु पाली टी आई अनिल पटेल ने इस प्रकरण को पत्रकार कमल महंत से बदला लेने का हथियार बना लिया क्योंकि पत्रकार कमल महंत पुलिस के खामियों को प्रमुखता से प्रकाशित किया करते थे। इस कारण पाली टी आई बिना घटना के मौका मुआयना कर, आसपास वालों के बयान लिए बिना ही पत्रकार कमल महंत पर गैर जमानती धारा 452 कायम कर दी। पत्रकार गण इस गंभीर मसले को लेकर उच्च अधिकारियों से मिलेंगे। ( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क)