बिलासपुर में विद्युत ठगों के तार अस्थाई मीटर रीडर से जुड़े हैं। ठगी के शिकार विद्युत उपभोक्ता आर.के. आंबेकर एवं डॉ अरविंद शुक्ला का डिटेल अस्थाई मीटर रीडर ने ठगो को दी। श्याम टॉकीज का स्टाफ बताकर जरहाभाटा में मीटर उखाड़ ली : तपन गोस्वामी [ एडिटर इन चीफ ]
बिलासपुर ( 1 जून 2022 ) [ तपन गोस्वामी द्वारा ] अब साइबर ठग विद्युत उपभोक्ताओं पर अपना निशाना बनाने में लगे हैं। परंतु आप अपने दिमाग पर जोर डालिए तो आप सोचेंगे कि जामताड़ा झारखंड में बैठे साइबर ठगों को बिलासपुर के विद्युत उपभोक्ता आरके आंबेकर एवं डॉ अरविंद शुक्ला का मोबाइल नंबर एवं विद्युत बकाए की रकम की जानकारी कैसे मिली ? तो यह स्थिति आईने की तरह साफ हो जाएगी कि हो ना हो कि इस ठगी में विद्युत मंडल का कोई आदमी इन ठगों से मिला है। अभी विद्युत मंडल के मीटर रीडिंग का काम ठेके पर चल रहा है और मीटर रीडिंग का काम करने वाले युवक अन्य प्रांतों से यहां आए हैं। और इन अस्थाई मीटर रीडरों की पहुंच विद्युत मंडल के अकाउंट सेक्शन तक है। वहां प्रत्येक उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर एवं बिल की डिटेल एवं बकाया राशि की डिटेल भी है। यह अस्थाई विद्युत मीटर रीडर जामताड़ा जैसे जगह पर बैठे साइबर ठगों को विद्युत उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर एवं बकाया राशि की डिटेल भेज रहे हैं। और वहां बैठे बैठे साइबर ठग उपभोक्ताओं के मोबाइल से कॉन्ट्रैक्ट कर उनका बैंक का पैसा खाली कर रहे हैं। अभी शहर में ताजा ताजा ठगी के शिकार बने आरके आंबेकर एवं डॉ अरविंद शुक्ला के यहां आने वाले मीटर रीडर पर शिकंजा कसें तो मामला खुल जाएगा। जरहाभाटा के एक मकान से मीटर रीडर बन कर एक आदमी ने विद्युत बिल की ठगी करने का प्रयास किया परंतु घरवाले पैसा नहीं दिए तो वह श्याम टॉकीज विद्युत मंडल ऑफिस का स्टाफ बताकर मीटर उखाड़ के ले गए। विद्युत मंडल को अविलंब एक विजिलेंस टीम का गठन करना चाहिए और शहर में विद्युत साइबर ठगी के सुनामी आने के पहले ही अस्थाई विद्युत मीटर रीडरों पर निगरानी शुरू कर दे।( ब्यूरो रिपोर्ट जासूसी नजर न्यूज़ नेटवर्क )